हर रोज़ गिरकर भी खड़े हैं…ऐ ज़िंदगी देख मेरे हौसले तुझसे भी बड़े हैं। जब चारों ओर आग की लपटें और धुआं हो तो जिंदगी की बात बेमानी सी लगती है। लेकिन कश्मीर की बर्फीली वादियों में तैनात भारतीय सेना के एक जवान ने आग की भयंकर लपटों के बीच जिंदगी की डोर को टूटने नहीं दिया। आर्मी ऑफिसर का हौसला इतना बुलंद था कि उसने तीन-तीन जिंदगियों को मौत के मुंह से बचा लिया। इनमें से एक उनकी बीवी थीं और दो डॉगी।
जम्मू-कश्मीर में आग की लपटों में घिरे अपने कुत्ते को बचाने के लिए सेना के मेजर ने जान दांव पर लगा दी। इस दौरान अपने दो कुत्तों की जान बचाते हुए सेना का अधिकारी खुद बुरी तरह झुलस गया। मौके पर ही मेजर अंकित बुद्धराज की मौत हो गई। सेना के अधिकारी की दिलेरी ने हर किसी की आंखें नम कर दी हैं। उनकी बहादुरी की चारों तरफ चर्चा है।
कश्मीर घाटी के बारामुला जिले के गुलमर्ग क्षेत्र में अपने कुत्ते को आग से बचाते हुए सेना के अधिकारी की मौत हो गई। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि शनिवार रात अधिकारी के घर में आग लग गई। एसएसटीसी में कोर सिग्नल से संबद्ध मेजर अंकित बुद्धराज ने अपनी पत्नी और एक कुत्ते को घर से सुरक्षित बाहर निकालने में कामयाब रहे। वहीं, दूसरे कुत्ते को बचाने के दौरान वह खुद 90 फीसदी तक जल गए और उनकी मौत घटनास्थल पर ही हो गई।
दमकल कर्मियों ने स्थानीय पुलिस की मदद से आग पर काबू पाया। सेना के अधिकारी का शव चिकित्सकीय और कानूनी औपचारिकताओं के लिए उप-जिला अस्पताल में भेजा गया।