बालोद: महाराष्ट्र के रत्नागिरी से 900 किलोमीटर की दूरी तय कर 8 मजदूर बालोद पहुंचे। कभी पैदल तो कभी ट्रक में बैठकर यह मजदूर बालोद तक पहुंचे, जिसमें चार मजदूर भानुप्रतापपुर और चार बालोद जिले के बताए जा रहे हैं। मजदूरों के बालोद पहुंचने की सूचना के बाद तत्काल मौके पर एसडीएम सिल्ली थॉमस, तहसीलदार रश्मि वर्मा की टीम पहुंची। यहां मजदूरों को पीने के लिए पानी और भोजन उपलब्ध कराया गया। वहीं मजदूरों को वाहनों के माध्यम से उनके गांव तक भेजा गया। जहां गांव में उन मजदूरों को स्कूलों में क्वॉरेंटाइन करके रखा जाएगा।
आपको बता दें कि लॉक डाउन के कारन अनेकों मजदूर अन्य राज्यों में फंसे हुए हैं, जो मजदूरी करने गए थे जो अपने साधनों से चाहे पैदल हो या ट्रक में बैठकर जैसे भी हो बालोद जिले तक पहुंच रहे हैं। मजदूरों ने बताया कि वह तकरीबन 200 किलोमीटर पैदल चले जिसके बाद उन्हें बस के माध्यम से महाराष्ट्र छत्तीसगढ़ की सीमा तक छोड़ा गया। छत्तीसगढ़ सीमा के बाद वह एक अन्य वाहन के साथ बालोद तक आए। वहीं जहां वो मजदूरी करने गए थे, वहां उन्हें पूरा पैसा भी नहीं दिया गया। मजदूर काफी थके और परेशान नजर आ रहे थे। जिला प्रशासन ने उनकी मदद कर उन्हें गांव तक जाने की व्यवस्था की।