अब दूर बैंक तक नहीं जाना पड़ता, बीसी सखियों द्वारा गांव में ही हो रहा है मनरेगा एवं पेंशन का भुगतान

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कोरिया: जिले में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत बीसी सखियों एवं पे पोईंट सखियों द्वारा आम लोगों एवं दूरस्थ अंचल के ग्रामीणों को आधार लिंक के द्वारा नगद लेनदेन की सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है। जिले में बनाये गये रोस्टर के अनुसार नियुक्त कुल 49 बीसी सखियों एवं पे पोईंट सखियों द्वारा गांवों में जा-जाकर ग्रामीणों को आधार लिंक के आधार पर भुगतान किया जा रहा है। इसमें मनरेगा मजदूरी, पेंशन, छात्रवृत्ति, बिहान कैडर मानदेय तथा अन्य योजनाओं के भुगतान हेतु ग्रामीणों को अब बैंक जाना नहीं पड़ रहा है।
गौठान ग्रामों में भी गोधन न्याय योजना अन्तर्गत गोबर विक्रेताओं का भुगतान गौठान में जाकर किया जाने लगा है। ग्रामीणजन अब गांव में ही अपने बैंक खाते से राशि निकाल सकते हैं, जिससे उन्हे बैंक के अनावश्यक चक्कर नहीं लगाने पड़ रहे हैं। इसके साथ ही ग्राम स्तर पर कार्यरत मितानिन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, रोजगार सहायक, ग्राम पंचायत सचिव एवं अन्य विभाग के अमलों का भुगतान भी बीसी सखियों के माध्यम से होगा, इसके लिए कलेक्टर श्री एस एन राठौर द्वारा समस्त विभागों को निर्देश दिये गये है। कलेक्टर ने कहा कि सुदूर अंचलों में जाकर बीसी सखियों द्वारा दी जा रही सेवा सराहनीय है। इससे ग्रामीणों का समय व श्रम दोनो बच रहा है।
बीसी सखियों एवं पे पोईंट सखियों के माध्यम से ग्राम स्तर पर कुल 46 हजार 128 हितग्राहियों को 9 करोड 63 लाख 3 हजार 524 रूपये का लेनदेन किया गया है। जिसमें विकासखण्ड बैकुण्ठपुर के 7 हजार 72 हितग्राहियों को 1 करोड़ 55 लाख 29 हजार 794 रूपये, विकासखण्ड सोनहत के 6 हजार 383 हितग्राहियों को 1 करोड़ 19 लाख 67 हजार 858 रूपये, विकासखण्ड खड़गवां के 18 हजार 127 हितग्राहियों को 2 करोड़ 90 लाख 68 हजार 733 रूपये, विकासखण्ड मनेन्द्रगढ़ के 3 हजार 533 हितग्राहियों को 60 लाख 30 हजार 293 रूपये तथा विकासखण्ड भरतपुर के 11 हजार 13 हितग्राहियों को 3 करोड़ 37 लाख 6 हजार 846 रूपये का नगद भुगतान शामिल है। आगामी दिनों में जिले में लेनदेन हेतु राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत् 8 बीसी सखी व 80 पे पोईंट सखी का चयन किया गया है, जिसके फलस्वरूप अब जिले के समस्त ग्रामों को आपका बैंक आपके द्वार का लाभ दिये जाने की योजना है।

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