नई दिल्ली: वित्तीय वर्ष के अंत में देशभर के कर्मचारियों के लिए खुशखबरी भरी खबर सामने आई है। दरअसल अब नौकरी-पेशा लोगों की सैलरी साल में एक बार नहीं बल्कि दो बार बढ़ाई जाएगी। यानि अब हर 6 माह में नौकरी पेशा लोगों के तन्ख्वाह में बढ़ोतरी होगी। इंडस्ट्रियल सेक्टर में काम कर रहे कर्मचारियों के लिए यह होली की सौगात से कोई कम नहीं है।
दरअसल आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहे मोदी सरकार ने महंगाई से निपटने के लिए एक नया प्लान तैयार किया है, जिसके तहत देश के नौकरीपेशा लोगों पर बढ़ती महंगाई के बोझ को कम करने के लिए नए महंगाई सूचकांक के हिसाब से वेतन बढ़ोतरी तय की जाएगी। बताया जा रहा है कि सरकार के इस नए नियम का लाभ देश के लगभग 3 करोड़ से अधिक कर्मचारियों को मिलेगा।
मिली जानकारी के अनुसर केंद्र सरकार के नए नियम के अनुसार इंडस्ट्रियल सेक्टर में काम करने वाले कर्मचारियों की सैलरी महंगाई बढ़ने के हिसाब से हर 6 महीने में बढ़ाई जाएगी, ताकी उनके उपर महंगाई का बोझ न पड़े। इसके अलावा सरकार के इस कदम से 4.8 मिलियन (48 लाख) केंद्रीय कर्मचारियों को भी इस बदलाव का फायदा मिलेगा। सरकार की एक उच्च स्तरीय समिति ने इंडस्ट्रियल सेक्टर में काम करने वाले कर्मचारियों के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक से जुड़ा एक नया आधार तय किया है, जिनका महंगाई भत्ता इस महंगाई सूचकांक से जुड़ा होगा।
गौरतलब है कि पिछले महीने 27 तारीख को मुख्य श्रम एवं रोजगार सलाहकार बी एन नंदा की अगुवाई में कर्मचारियों के हितों को लेकर एक अहम बैठक बुलाई थी। बैठक में अधिकारियों ने इंडस्ट्रियल सेक्टर के कर्मचारियों के लिए एक नई सीरीज के उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के प्रस्ताव पर मुहर लगा दी है।