अयोध्या में कैसा होगा राम मंदिर? चंद दिन इंतजार

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अयोध्या
का डिजाइन अगले हफ्ते लोगों को सामने आ सकता है। कई वास्तुशास्त्री अयोध्या में राम मंदिर परिसर के डिजाइन को लेकर अपना प्रजेंटेशन देंगे। यह प्रजेंटेशन मंदिर के ट्रस्ट के वरिष्ठ पदाधिकारियों के सामने अगल हफ्ते पेश होगा, जिससे राम मंदिर का डिजाइन चुना जाएगा।

ट्रस्ट के दो सदस्यों ने बताया कि एक प्रमुख निर्माण कंपनी ने पहले ही अयोध्या में एक छोटी टीम तैनात कर दी है और मंदिर परिसर के निर्माण के लिए काम पाने के लिए तैयार है। श्री रामजन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट से एक वास्तुकार के चयन की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि श्री रामजन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट अगले सप्ताह होने वाले प्रजेंटेशन से कोई एक डिजाइन चुन सकता है और उसी डिजाइन के आधार पर 67.7 एकड़ जमीन पर मंदिर परिसर का निर्माण शुरू हो सकता है।

परिसर में इन सुविधाओं वाला होगा डिजाइन
मंदिर का डिजाइन विश्व हिंदू परिषद (VHP) द्वारा डिजाइन किए गए मॉडल पर काफी हद तक होने की उम्मीद है, लेकिन ट्रस्ट पूरे परिसर के लिए विभिन्न डिजाइनों और लेआउटों को देख रहा है, जिनमें पार्किंग, तीर्थ यात्रियों के लिए सुविधाएं, परिक्रमा की व्यवस्था, किचन, गौशाला, म्युजियम, प्रदर्शनी और आराम करने की जगहें भी शामिल हों।

पीएम से भूमि पूजन करवाने की योजना
ट्रस्ट के अध्यक्ष नृत्य गोपाल दास ने बताया कि एक बार ले आउट फाइनल होने के बाद ट्रस्ट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से संपर्क करेगा। पीएम से मंदिर निर्माण से पहले भूमि पूजन करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि मंदिर का निर्माण 2022 की राम नवमी तक बनकर तैयार हो जाएगा।

अगले हफ्ते से तेजी से होगा काम
एक दूसरे ट्रस्टी ने बताया कि पीएम मोदी को शुभारंभ के लिए बुलाया जाएगा। उन्होंने बताया कि अभी कंस्ट्रक्शन साइट पर मंदिर बनने से पहले सफाई का काम चल रहा है। वहां की जमीन पटाई की जा रही है। लॉकडाउन के चलते थोड़ा काम प्रभावित हुआ है। अब अगले हफ्ते से काम फिर से रफ्तार पकड़ेगा। ट्रस्टी स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती ने बताया कि वह चाहते हैं कि वीएचपी के ही मॉडल को मंदिर के लिए अपनाया जाए। स्ट्रक्चर के लिए पत्थरों की तैयार हैं।

दुनिया का सबसे ऊंचा मंदिर बनाने की मांग
वासुदेवानंद ने बताया कि मंदिर शानदार होना चाहिए, सबसे बड़ा होना चाहिए। संत ट्रस्ट पर दबाव नहीं बना सकते। उन्होंने कहा कि अयोध्या में दुनिया का सबसे ऊंचा बने यही सारे संतों की, स्थानीय नेताओं की मांग है। पूर्व सांसद रामविलास वेदांती भी यही चाहते हैं। इधर अयोध्या में आरएसएस नेता भैयाजी जोशी के आने के बाद हलचल और तेजा हो गई है। उन्होंने श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के लोगों के साथ बैठक भी की है।

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