रायपुर। छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री अजीत जोगी लंबी बीमार के बाद आज दुनिया को अलविदा कह दिया। ऐसा कई मौके आए हैं, जब वह मौत के मुंह से भी वापस आ चुके हैं। आइए उनके पूरे करियर पर एक नजर डालते हैं।
छत्तीगसढ़ के पहले मुख्यमंत्री
जब अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार ने मध्य प्रदेश से अलग करके छत्तीसगढ़ को राज्य का दर्जा दिया तो अजीत जोगी वहां के पहले मुख्यमंत्री बने। उस समय का उनका एक बयान बहुत चर्चित है कि, ‘हां, मैं सपनों को सौदागर हूं और मैं सपने बेचता हूं।’ हालांकि, बाकी के किसी विधानसभा चुनाव में राज्य की जनता ने उनका सपना खरीदना स्वीकार नहीं किया।
1999 में शहडोल लोकसभा सीट से वह चुनाव हार गए थे, लेकिन उसके बाद जब नया राज्य बना तो स्थानीय कांग्रेस में ऐसा समीकरण बना कि जोगी को सीएम बनने का मौका मिल गया। 2000 से लेकर 2003 के विधानसभा चुनाव तक उनके पास ये पद रहा, लेकिन, फिर से वह इस पद पर वापसी नहीं कर सके। इससे पहले 1986 से 1998 तक उन्हें कांग्रेस ने राज्यसभा में बिठाए रखा था। पहली बार 1998 में रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र से वे चुनाव जीते थे।