आज: भारत की जीत और धोनी ने रचा था इतिहास

नई दिल्ली
जून 23 तारीख भारतीय क्रिकेट और के लिए बहुत खास है। इसी दिन 7 साल पहले सन् 2013 में धोनी की कप्तानी में भारत ने चैंपियंस ट्रोफी पर कब्जा किया था। इसके साथ ही महेंद्र सिंह धोनी तीनों आईसीसी चैंपियनशिप जीतने वाले पहले कप्तान बन गए थे। भारत ने फाइनल मुकाबले में इंग्लैंड को पांच रन से हराया था। भारत की जीत में रविंद्र जडेजा का अहम रोल था।

बारिश ने डाला था खललबारिश के कारण मैच को 20-20 ओवर का कर दिया गया था। जीत के लिए मिले 130 रन के टारगेट का पीछा करते हुए इंग्लैंड की टीम 20 ओवर में 8 विकेट पर 124 रन ही बना सकी। भारत के लिए ईशांत, अश्विन और जडेजा ने 2-2 विकेट झटके, जबकि इंग्लैंड के लिए मोर्गन ने सबसे अधिक 33 और बोपारा ने 30 रन बनाए। रविंद्र जडेजा को मैन ऑफ द मैच और शिखर धवन को मैन ऑफ द सीरीज घोषित किया गया।

धोनी ने रचा था इतिहास
इस जीत के साथ ही महेन्द्र सिंह धोनी तीन वर्ल्ड टाइटल्स जीतने वाले पहले कप्तान बन गए। इससे पहले भारत धोनी की कप्तानी में वर्ष 2007 में टी-20 विश्वकप और वर्ष 2011 में 50 ओवरों का वर्ल्ड कप जीता था।

भारत को मिली अच्छी शुरुआत
130 रन के टारगेट का पीछा करने उतरे इंग्लैंड की शुरुआत खराब रही और उमेश यादव ने दूसरे ही ओवर में कुक को 2 रन निजी स्कोर पर अश्विन के हाथों कैच आउट कराकर भारत को जोरदार शुरुआत दिलायी। इसके बाद शुरू हुआ अश्विन और जडेजा ने जादू दिखाना शुरू किया। दोनों ने रनों पर ब्रेक लगाया और इंग्लैंड को कई झटके भी दिए। बेल, रूट और ट्रॉट सस्ते में आउट हो गए। बेल (13) को जडेजा, जबकि ट्रॉट (20) और रूट (7) को अश्विन ने आउट किया।

बोपारा ने बढ़ाई टेंशन
रवि बोपारा और इयोन मोर्गन ने पांचवें विकेट के लिए 64 रन जोड़कर भारतीय खेमे में परेशानी जरूर दी लेकिन 18वें ओवर में ईशांत शर्मा ने दो लगातार गेंदों पर मोर्गन और बोपारा को आउट कर टीम इंडिया की मैच में वापसी करा दी। अंतिम ओवर में इंग्लैंड की टीम को जीत के लिए 15 रनों की जरूरत थी। पहली 5 गेंदों पर 9 रन बने। अंतिम गेंद पर जीत के लिए 6 रन बनाने थे लेकिन अश्विन की इस गेंद पर ट्रेडवेल कोई रन नहीं बना सके और उनकी टीम 5 रन से मैच गंवा बैठी।

इंग्लैंड ने जीता टॉस
इससे पहले टॉस जीतकर पहले बोलिंग के फैसले को सही साबित किया। भारतीय टीम पर इंग्लिश बोलर्स ने लगाम लगाए रखी और 20 ओवर में 7 विकेट पर 129 रन ही बनाने दिए। भारत के लिए विराट कोहली ने सबसे अधिक 43 और रवींद्र जडेजा ने 33 रनों की नाबाद पारी खेली। टूर्नामेंट के टॉप स्कोरर रहे शिखर धवन ने 31 रन बनाए।

भारत की खराब शुरुआत
भारत की शुरुआत खराब रही और रोहित शर्मा को महज 9 रन के निजी स्कोर पर ब्रॉड ने बोल्ड कर दिया। दिनेश कार्तिक 6 और कप्तान धोनी खाता खोले बिना आउट हुए।

कोहली और जडेजा ने संभाला
एक समय भारत के 5 विकेट महज 66 रन पर गिर गए थे। लेकिन इसके बाद कोहली और जडेजा ने मिलकर छठे विकेट के लिए 47 रन जोड़ते हुए भारत को कुछ हद तक मुसीबत से उबार लिया और आखिर में टीम इंडिया 20 ओवरों में 7 विकेट खोकर 129 रन का स्कोर बनाने में कामयाब रही।

बोपारा की सटीक बोलिंग
कोहली ने 34गेंदों पर 4 चौकों और 1 छक्के की मदद से 43 रन और जडेजा ने सिर्फ 25 गेंदों पर 2 चौकों और इतने ही छ्क्कों की मदद से 33 रनों की पारी खेली। इंग्लैंड के लिए रवि बोपारा ने 4 ओवर में सिर्फ 20 रन देकर 3 विकेट झटके और भारतीय मिडिल ऑर्डर को टिकने नहीं दिया।

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