नई दिल्ली: भारत में राजनीति और अपराध का संबंध इतना अटूट है कि अगर ‘बिना आपराधिक रिकॉर्ड के राजनेता’ की बात की जाए तो यह विरोधाभास जैसा होगा। देश लोकसभा चुनाव की तैयारी कर रहा है और मतदान में 25 से भी कम दिन बाकी हैं, तो एक बार फिर इसकी चर्चा जायज है।
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने गुरुवार को 184 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी की। 184 उम्मीदवारों में से 35 (कुल उम्मीदवारों का 19%) ने 2014 में खुद के खिलाफ आपराधिक मुकदमों की घोषणा की थी। Myneta.info नाम की एक वेबसाइट ने ये जानकारी दी है जो चुनाव मैदान में उतरे उम्मीदवारों के शपथ पत्रों का विश्लेषण करती है।
आपराधिक रिकॉर्ड वाले ये 35 बीजेपी उम्मीदवार, उन 78 उम्मीदवारों में शामिल हैं, जिन्हें पिछली बार भी टिकट मिला था। Myneta.info के अनुसार 2014 में महाराष्ट्र के चंद्रपुर संसदीय क्षेत्र से उम्मीदवार हंसराज गंगाराम के खिलाफ सर्वाधिक आपराधिक मामले दर्ज थे। पिछल लोकसभा चुनाव तक उनके खिलाफ 11 आपराधिक मुकदम दर्ज थे। अहीर 16वीं लोकसभा के सदस्य हैं और केंद्रीय राज्य मंत्री हैं।
अहीर के बाद ओडिशा के बालासोर से प्रताप सारंग का नंबर आता है। सारंग के खिलाफ 10 आपराधिक मुकदमे दर्ज थे। दिलचस्प रूप से आपराधिक मुकदमे वाले नेताओं की सूची में बीजेपी के कद्दावर नेता और वर्तमान सरकार में कई मंत्रालय संभाल रहे नितिन गडकरी का नाम भी शामिल है। 2014 तक गडकरी के खिलाफ पांच आपराधिक मुकदमे दर्ज थे। इस सूची में एक अन्य जाना-पहचाना नाम साक्षी महाराज का भी है।
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