बालोद: सरकार से लेकर न्यायालय स्वस्थ विभाग तक सभी लोगों ने इस बात का जोर शोर से प्रचार किया कि कोरोना संक्रमित मरीज की पहचान किसी भी तरह से उजागर ना की जाए। सार्वजनिक तौर पर उसका नाम से लेकर उसे संबंधित किसी भी चीजों को वायरल ना किया जाए। लेकिन बालोद जिले के मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी ने कलम की ताकत नामक एक ग्रुप में व्हाट्सएप के जरिए रायपुर के एम्स में ड्यूटी कर रहे वार्ड बॉय के पॉजिटिव संबंधित तमाम चीजों को वायरल कर खुद ही सरकार की बातों का मखौल उड़ा दिया।
बताया जा रहा है कि डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट जो कानून है उसका भी है उल्लंघन है। स्वास्थ्य विभाग ने भी इसके तहत पिछले कई दिनों में कई लोगों के खिलाफ कार्यवाही की है। जिन्होंने सोशल मीडिया में कोरोना संक्रमित मरीजों का पहचान उजागर किया था। वहीं अब यह बड़ी गलती खुद बालोद जिले के मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी बीएल रात्रे ने की है, जिनके नंबर से यह कलम की ताकत नामक एक ग्रुप में वायरल हुआ है। अब देखना होगा कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी पर क्या कार्यवाही की जाती है।