पीएम मोदी ने सबसे पहले तमिलनाडु का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि वहां मदुरै में 47 साल के सी मोहन नाम के एक व्यक्ति हैं, जो छोटा सा सलून चलाते हैं। उन्होंने अपनी बेटी की शादी के लिए 5 लाख रुपये जमा किए थे, लेकिन जब देश पर संकट आता दिखा तो उन्होंने वो पैसे जरूरतमंदों पर खर्च कर दिए। उन्होंने 615 जरूरतमंद परिवारों को राशन की एक किट दी, जिसमें 5 किलो चावल, सब्जियां, ग्रॉसरी और खाने का तेल था। जब से लोगों को उनके इस नेक काम के बारे में पता चला है, तब से बहुत से लोग उनके घर आ रहे हैं।
पीएम मोदी ने मन की बात में अगरतला के गौतम दास का जिक्र किया। उन्होंने अपने बचाए हुए पैसों से भूखे लोगों को रोज दाल-चावल खिलाया और उनका पेट भरा। 51 साल के गौतम दास अगरतला के पास प्रतापगढ़ के साधुतिला इलाके में रहते हैं और रिक्शा चलाकर अपना पेट पालते हैं। उन्होंने अपने बचाए हुए 10 हजार रुपयों में से 8000 रुपए का दाल-चावल खरीदकर जरूरतमंदों को खाना खिलाया।
Happy to meet Goutam Das, a cart puller from Tripura who has spent his savings to serve people during lockdown peri… https://t.co/bThiu0C3RC
— Biplab Kumar Deb (@BjpBiplab) 1590917321000
पीएम मोदी ने मन की बात में पठानकोट के दिव्यांग राजू का नाम भीलिया। वह अब तक 3 हजार से ज्यादा मास्क बनवाकर बांट चुके हैं औरर उन्होंने करीब 100 परिवारों के लिए खाने का राशन जुटाया है। वह कहते हैं कि मेरे जैसे बहुत से लोग हैं, जो भीख मांग कर ही अपना गुजारा करते हैं। मैंने जो कुछ अब तक कमाया था, वह दूसरों की मदद के लिए खर्च कर दिया। बता दें कि राजू व्हील चेयर पर ही भीख मांगते हैं और अपने पास सिर्फ गुजारा होने भर का पैसा रखते हैं। बाकी का पैसा वह दूसरे लोगों में बांट देते हैं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मन की बात में कोरोना की जंग में नासिक के किसान राजेंद्र जाधव की तारीफ की, जिन्होंने ट्रैक्टर की मदद से सैनिटाइजर यंत्र बनाया है। नासिक के सटाणा के रहने वाले राजेन्द्र जाधव ने कोरोना की लड़ाई में एक अहम योगदान दिया। मेक इन इंडिया को बढ़ावा देते हुए उन्होंने सैनिटाइजर का यंत्र बनाया, जिसको ट्रैक्टर के माध्यम से या बैलगाड़ी से गांव-गांव में सैनिटाइज करने का काम किया जा सकता है।
पीएम मोदी ने उन दुकानदारों की भी तारीफ की, जो दो गज दूरी के लिए पाइप से सामान देने का आइडिया अपना रहे हैं या फिर ऐसा ही कुछ और आइडिया लगा रहे हैं, जिससे सोशल डिस्टेंसिंग बनी रहे।