रूस में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के रक्षा मंत्रियों की बैठक में शामिल होने के बाद राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ईरान रवाना हो गए थे। उन्होंने ईरानी समकक्ष ब्रिगेडियर जनरल आमिर हतामी के साथ बातचीत की।
रूस दौरान निपटाने के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ईरान पहुंच गए। वहां उन्होंने ईरानी रक्षा मंत्री ब्रिगेडियर जनरल आमिर हतामी के साथ मुलाकात की। रक्षा मंत्री कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, यह मुलाकात ‘‘अत्यंत सार्थक’’ रही। इस दौरान द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने तथा अफगानिस्तान सहित क्षेत्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर चर्चा हुई। ईरान के शीर्ष सैन्य अधिकारी जनरल कासिम सुलेमानी की मौत के बाद किसी भारतीय रक्षा मंत्री का यह पहला ईरान दौरा है। राजनाथ ने ट्वीट किया कि तेहरान में ईरानी रक्षा मंत्री ब्रिगेडियर जनरल आमिर हतामी से ‘‘अत्यंत सार्थक’’ मुलाकात हुई। हमने अफगानिस्तान सहित क्षेत्रीय सुरक्षा और द्विपक्षीय सहयोग पर चर्चा की।’’ राजनाथ ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘‘दोनों रक्षा मंत्रियों ने द्विपक्षीय सहयोग को आगे बढ़ाने पर चर्चा की तथा अफगानिस्तान में शांति और स्थिरता सहित क्षेत्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया।’’ उन्होंने कहा कि दोनों मंत्रियों की बैठक बहुत ही ‘‘सौहार्दपूर्ण और गर्मजोशी के माहौल’’ में हुई।
Had a very fruitful meeting with Iranian defence minister Brigadier General Amir Hatami in Tehran. We discussed r… https://t.co/p6D5eT98KK
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) 1599371345000
भारत-ईरान के रिश्तों पर हुई चर्चा
दोनों नेताओं ने भारत और ईरान के बीच सदियों पुराने सांस्कृतिक, भाषायी और सभ्यतागत संबंधों पर जोर दिया। राजनाथ ने कहा कि भारत अफगानिस्तान में सुरक्षा स्थिति को लेकर चिंतित है और वह शांति के लिए स्थानीय सरकार के प्रयासों का समर्थन करना जारी रखेगा।
तीन दिन के दौरे पर रूस गए थे राजनाथ
राजनाथ सिंह ने शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ), सामूहिक सुरक्षा संधि संगठन (सीएसटीओ) और कॉमनवेल्थ ऑफ इंडिपेंडेंट स्टेट्स (सीआईएस) के रक्षा मंत्रियों की संयुक्त बैठक में भाग लेने के लिए रूस की राजधानी मास्को का दौरा किया था। सिंह ने तीन दिन के रूस दौरे में तजाकिस्ताान, उज्बेकिस्तान, कजाकिस्तान समेत कई देशों के रक्षा मंत्रियों और शीर्ष सैन्य अधिकारियों से बातचीत की।
एक दिन पहले ही चीनी रक्षा मंत्री से की थी मुलाकात
राजनाथ ने मॉस्को में रूसी, चीनी और मध्य एशियाई देशों के समकक्षों से द्विपक्षीय वार्ता की थी। चीनी रक्षा मंत्री जनरल वेई फेंघे से मुलाकात में राजनाथ ने कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि चीन भारतीय पक्ष के साथ पैंगोंग झील सहित सभी गतिरोध वाले क्षेत्रों से जल्द से जल्द सैनिकों को हटाए। उन्होंने कहा कि यथास्थिति को बदलने के एकतरफा प्रयास नहीं किए जाने चाहिए।