उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा, ‘मुझे याद है कि मैंने उससे कहा कि वह अपना काम करता रहे और ड्रिंक्स ले जाने की भूमिका निभाता रहे लेकिन बाद में उसने (उमर) और कुछ अन्य खिलाड़ियों ने मुझे सीधे तौर पर धमकी देनी शुरू कर दी। उन्होंने मुझे इतना परेशान कर दिया कि मैं मनोवैज्ञानिक दबाव में आ गया। मैं डरने लगा था और ऐसे में किसी को बताए बिना लंदन चला गया।’
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नवंबर 2010 में घटी इस घटना के बाद जुल्करनैन का करियर भी समाप्त हो गया। उन्होंने कहा कि उमर पर स्पॉट फिक्सिंग के संपर्कों का खुलासा नहीं करने के कारण लगाया गया तीन साल का प्रतिबंध बहुत कम है।
34 वर्षीय जुल्करनैन ने कहा, ‘वह संदेहास्पद गतिविधियों में शामिल रहा है और उस पर आजीवन प्रतिबंध लगना चाहिए। यहां तक कि उसकी संपत्ति भी जब्त कर देनी चाहिए।’
उन्होंने दुबई में टीम प्रबंधन को बताए बिना होटल छोड़ने के बाद लंदन में शरण ली थी। उन्होंने केवल एक टेस्ट मैच खेला जिसमें 88 रन बनाए। इस विकेटकीपर बल्लेबाज ने दावा किया कि उन्होंने उमर का उन्हें खराब प्रदर्शन करने के लिए कहने की जानकारी टीम प्रबंधन को दी थी।
उन्होंने कहा, ‘लेकिन धमकी और दबाव को सहना मेरे लिए मुश्किल था और इसलिए मैं वहां से चुपचाप निकल गया। मुझे कुछ अज्ञात व्यक्तियों से भी खराब प्रदर्शन करने के लिए धमकी मिल रही थी।’
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