कानपूर। कानपूर के बिकरु गांव में सीओ सहित आठ पूलिस वालो के हत्या करने वाले पांच लाख का इनामी विकास दुबे एंकाउटर में ढेर हो गये है। विकास दुबे को मध्यप्रदेश से कानपुर लेकर आ रहे थे, इसी दौरान गाड़ी पलट गयी। उसने हथियार छीकर भागने की कोशिश की। जिसके बाद पुलिस ने उसे मुठभेड़ में मार गिराया है। कल ही विकास दुबे उज्जैन के महाकाल मंदिर परिसर से गिरफ्तार किया गया था।पुलिस ने भी बचाव में उस पर गोलियां चलाईं। जिस पर मोस्ट वांटेड के सिर और सीने में गोली लगी। पुलिस का कहना है कि वो घायल विकास दुबे को अस्पताल लेकर पहुंची, लेकिन तब तक उसकी मौत हो गई। डॉक्टरों ने विकास दुबे को मृत घोषित कर दिया। खास बात ये है कि तड़के 3 बजकर 13 मिनट पर झांसी के रक्सा टोल प्लाजा पर एसटीएफ टीम की गाड़ियों का काफिला निकला।इसके बाद इस टोल प्लाजा पर ट्रैफिक को सुरक्षा कारणों से पूरी तरह रोक दिया गया। कल उज्जैन के महाकाल मंदिर परिसर में गिरफ्तारी के बाद एसटीएफ की टीम उसे पूछताछ के लिए कानपुर लेकर रवाना हुई थी। लेकिन कानपुर पहुंचने से पहले ही भउती के पास उस गाड़ी का एक्सीडेंट हो गया, जिसमें विकास दुबे सवार था। इसके बाद उसने पुलिस की पिस्तौल लूटकर भागी और ये एनकाउंटर हुआ।
एनकाउंटर में गैंगस्टर विकास दुबे खल्लास, जानिए मुठभेड़ और मौत तक की पूरी कहानी
Leave a comment
Leave a comment