ऑस्ट्रेलियन काउंसेल जनरल सुश्री रोवन एन्सवर्थ ने गौठान की व्यवस्था और वहां की गतिविधियों को सराहा

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रायपुर, 03 सितम्बर 2021/छत्तीसगढ़ राज्य के दो दिवसीय दौरे पर आईं ऑस्ट्रेलियन काउंसलेट की काउंसेल जनरल सुश्री रोवन एन्सवर्थ ने छत्तीसगढ़ सरकार की सुराजी गांव योजना नरवा, गरूवा, घुरूवा, बाड़ी और गोधन न्याय योजना की सराहना की है। ऑस्ट्रेलियन काउंसेल जनरल सुश्री एन्सवर्थ आज दोपहर रायपुर जिले के अभनपुर विकासखण्ड के आदर्श गौठान नवागांव पहुंचकर वहां पशुधन के लिए चारे-पानी की व्यवस्था, गोबर खरीदी, वर्मी कम्पोस्ट के निर्माण सहित महिला समूहों द्वारा संचालित आयमूलक गतिविधियों का जायजा लिया। सुश्री एन्सवर्थ ने पशुधन के संरक्षण-संवर्धन के लिए निर्मित गौठान और वहां के प्रबंध पर प्रसन्नता जताई। उन्होंने गौठान अवलोकन के दौरान स्व-सहायता समूह की महिलाओं से वर्मी कम्पोस्ट बनाने की पूरी प्रक्रिया की जानकारी ली और कहा कि इस खाद का उपयोग करके ऑस्ट्रेलिया की जमीन को और अधिक उपजाऊ बनाया जा सकता है।

काउंसेल जनरल सुश्री एन्सवर्थ को गौठान से जुड़ी स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने गोबर की खरीदी से लेकर डी-कम्पोजिंग और वर्मी कम्पोस्ट तैयार केंचुआ के प्रयोग की पूरी प्रक्रिया की विस्तार से जानकारी दी। सुश्री एन्सवर्थ ने बाड़ी योजना के तहत सब्जी उत्पादन में लगी स्व सहायता समूह की महिलाओं से उन्होंने सब्जी लगाने से लेकर उत्पादन मार्केटिंग एवं अर्जित होने वाले आय के बारे में जानकारी ली। उन्होंने बॉडी में उपजे करेला, भिंडी, बरबट्टी, पपीता, केला,लौकी,भाजी आदि को देखा और सिंचाई की व्यवस्था के बारे में भी जानकारी ली। गौठान में लगे तीखुर पौधा, सतावर पौधा के बारे में स्व सहायता समूह की दीदीयों ने बताया कि इनके सेवन से व्यक्ति में रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। गौठान में बने चरवाहा कक्ष, पशुओं के लिए बनाए गए शेड एवं कोटना आदि को उन्होंने देखा और कहा कि इससे पशुपालन को बढ़ावा मिलेगा।

सुश्री एन्सवर्थ ने इस अवसर पर गौठान में अमलतास के पौधे का रोपण किया और कहा कि वह अपने आगामी रायपुर भ्रमण के दौरान गौठान में रोपित अमलतास के पौधे को देखने जरूर आएंगी। सहायक कलेक्टर श्री अभिषेक कुमार ने गोधन न्याय योजना के बारे में सुश्री एन्सवर्थ को विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर वरिष्ठ विधायक श्री धनेंद्र साहू, स्थानीय जनप्रतिनिधि गण, संबंधित विभाग के अधिकारी कर्मचारी, स्व सहायता समूह की महिलाएं एवं ग्रामीण जन उपस्थित थे।

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