शिवसेना नेता संजय राउत के साथ शुरू हुई कंगना की जुबानी जंग बढ़ती चली गई और इसका नतीजा यह हुआ कि बीएमसी ने उनके दफ्तर पर गैर कानूनी कंस्ट्रक्शन बताकर तोड़फोड़ कर डाला। यह सब इतनी जल्दी-जल्दी हुआ कि इस कार्रवाई को रोकने का वक्त तक नहीं दिया गया। बीएमसी ने 24 घंटे पहले कंगना के बंगले पर नोटिस चिपकाया था और फिर महज एक दिन बाद ही उनका बंगले में तोड़फोड़ की गई। उस वक्त कंगना मुंबई में मौजूद नहीं थीं।
टाइम्सनाउ की रिपोर्ट के मुताबिक, कंगना ने नोटिस जारी कर बीएमसी से 2 करोड़ रुपये के नुकसान की भरपाई की डिमांड की है। बता दें कि कंगना इस सम्बंध में महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से भी मुलाकात कर चुकी हैं। इससे पहले केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने भी राज्यपाल से मुलाकात कर कंगना रनौत को मुआवजा दिलवाने की बात कही थी
कंगना रनौत ने 2017 में यह बंगला खरीदा था और इस साल जनवरी में इसकी साज-सज्जा पूरी हुई थी। बीएमसी के 1979 के प्लान के मुताबिक यह बंगला आवासीय संपत्ति के तहत लिस्टेड है।
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