करॉना का खौफ, UP-बिहार से पंजाब तक 'केस'

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नई दिल्ली
की वजह से जहां केरल में राज्य आपदा घोषित की गई है, वहीं उत्तर भारत में भी इस खतरनाक वायरस का खौफ बढ़ता जा रहा है। यूपी के मेरठ में 3 और बलरामपुर में एक शख्स को करॉना संक्रमण के शक में आइसोलेशन वॉर्ड में भर्ती कराया गया है। इसके अलावा, बिहार में चीन से आए 2 छात्रों को एकांत में रखा गया है। जयपुर में मंगलवार को करॉना के 3 संदिग्ध मामले सामने आए हैं। पंजाब के फरीदकोट में भी एक शख्स को आइसोलेशन वॉर्ड में रखा गया है। दूसरी तरफ, केरल के कोझिकोड में निगरानी के लिए घर में ही अलग रखे गए 2 स्टूडेंट बिना बताए खाड़ी देश रवाना हो गए।

यूपी के मेरठ में 3 लोगों में करॉना जैसे लक्षण
करॉना वायरस के डर से 34 दिन में चीन से 58 लोग मेरठ, बागपत, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर लौटे हैं। करीब 28 दिन उनकी निगरानी स्वास्थ्य विभाग की टीम करेगी। हर दिन स्वास्थ्य विभाग टीम इनके शरीर का तापमान, खांसी, जुकाम और गले के इन्फेक्शन की जांच कर जानकारी एकत्र की जाएगी। तीन लोगों में वायरल से लक्षण मिलने पर उनके सैंपल प्रयोगशाला में भेजे गए हैं। बुधवार को रिपोर्ट आने के बाद तस्वीर साफ होगी। मेरठ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर राजकुमार ने बताया कि चीन से आए तीन लोगों में कोरोना के लक्षण मिले हैं। इनके सैंपल जांच के लिए केजीएमयू लखनऊ भेजे गए। कल तक रिपोर्ट आ जाएगी। दो को उम्र 50 साल से ज़्यादा, एक 30 साल से कम है। फिलहाल इन्हें घर पर ही अलग रहने के लिए कहा गया है। मेरठ के एक गांव के रहने वाले सुधांशु नौकरी के सिलसिले में शंघाई में थे। 31 दिसंबर को लौटे हैं। उनका कहना है कि चीन में करॉना का खौफ इस कदर है कि बाजारों और शापिंग मॉलों में सन्नाटा हैं। मेट्रो खाली हैं। मीट बाजार सबसे पहले प्रभावित हैं। सब्जी खरीदने वाले नहीं के बराबर हैं। मास्क नहीं मिल रहे हैं। अधिक कीमत पर मास्क मिल रहे हैं।

बलरामपुर में करॉना का संदिग्ध केस, स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप
बलरामपुर जिले में करॉना वायरस का एक संदिग्ध के सामने आया है। करॉना वायरस का केस के सामने आते ही स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में विभाग ने मरीज को भर्ती कर जांच शुरू कर दी है। चीन में करॉना का संक्रमण फैलने के बाद जिले के 5 छात्रों में से 3 छात्र बलरामपुर पहुंचे। जिसमें से एक को करॉना वायरस के लक्षण दिखने पर संयुक्त जिला चिकित्सालय के आइसोलेशन वॉर्ड में भर्ती कराया गया है। जमालुद्दीन नाम का 20 वर्षीय छात्र कुछ दिन पहले ही चीन से भारत आया है। जमालुद्दीन उतरौला कोतवाली क्षेत्र के नगर का रहने वाला है। जमालुद्दीन कुछ दिन पहले ही चीन से वापस आया है। जब उसमें करॉना वायरस के लक्षण दिखाई दिया तब विभाग ने उसे भर्ती किया।

बिहार में चीन से आए 2 छात्रों को एकांत में रखा गया
बिहार के पश्चिमी चंपारण और भागलपुर जिले में चीन से आए 2 छात्रों को एहतियातन आइसोलेशन में रखा गया है। दोनों छात्रों के रक्त नमूने जांच के लिए पुणे की नैशनल इंस्टिट्यूट ऑफ वायरोलजी में भेजे जा रहे हैं। इंटिग्रेटेड डिजीज सर्विलांस प्रॉजेक्ट (आईडीएसपी) स्टेट सर्विलांस अधिकारी डॉ. रागिनी मिश्रा ने मंगलवार को आईएएनएस को बताया कि भागलपुर में मीरगंज हाट के नजदीक एक व्यक्ति और पश्चिम चंपारण जिले के एक व्यक्ति को संदिग्ध मानकर जांच के दायरे में रखा गया है। उन्होंने कहा कि ये दोनों चीन में पढ़ाई करते थे और वहां से लौटे हैं, इस कारण एहतियातन उन्हें होम आइसोलेशन में रखा गया है। उन्होंने कहा कि इससे पहले सीतामढ़ी और सारण के एक-एक व्यक्ति को संदिग्ध मानकर उनकी जांच कराई गई थी। दोनों ही मामलों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है।

डॉ. मिश्रा ने बताया कि फिलहाल बिहार में करॉना वायरस को लेकर अब तक कहीं से कोई ‘पॉजिटिव केस’ नहीं मिला है। उन्होंने बताया कि गया और पटना हवाई अड्डे पर जांच कैंप बनाए गए हैं। नेपाल से लगती बिहार सीमा के सात जिलों में 98 कैंप लगाए गए हैं जहां अब तक नेपाल से आने वाले 2358 यात्रियों की स्क्रीनिंग की गई है। इन जिलों में सीतामढ़ी, पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, किशनगंज, अररिया, सुपौल व मधुबनी शामिल हैं। सर्दी-खांसी व गले में तकलीफ के मरीजों की विशेष रुप से जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि सभी जिलों से प्राप्त रिपोर्ट को राज्य सरकार, केंद्र सरकार के साथ साझा कर रही है।

जयपुर में 3 और संदिग्ध केस
करॉना वायरस के लक्षणों के साथ और 3 लोगों को मंगलवार को जयपुर के एसएमएस अस्पताल में भर्ती करवाया गया। एसएमएस अस्पताल के अधीक्षक डॉ. डी. एस. मीणा ने कहा, ‘3 लोग अलग-अलग वायरस के लक्षणों के साथ अस्पताल आए। उन्हें भर्ती कर लिया गया है और उनके रक्त नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं।’ उनकी रिपोर्ट बुधवार आने की उम्मीद है। जयपुर के एसएमएस मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग ने करॉना वायरस की जांच शुरू हो गई है। सोमवार को भी 4 लोगों के रक्त नमूने जांच के लिए भेजे गए थे जिनकी रिपोर्ट अभी नहीं आई है।

पंजाब के फरीदकोट में एक शख्स में करॉना जैसे लक्षण
पंजाब के फरीदकोट जिला प्रशासन ने करॉना वायरस जैसे लक्षणों वाले 38 वर्षीय व्यक्ति को स्थानीय पुलिस की मदद से अस्पताल के पृथक वार्ड में भर्ती कराया। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि संदिग्ध कनाडा से चीन के रास्ते भारत आया था और सोमवार को फरीदकोट के कोटकापुरा अस्पताल में जांच के लिए पहुंचा। जब यह मामला उच्च अधिकारियों की जानकारी में आया तो जिला प्रशासन ने फरीदकोट के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को संदिग्ध मरीज को अस्पताल में भर्ती कराने के लिए चिकित्सा अधिकारियों की मदद करने के निर्देश दिए। मरीज के नमूने पुणे स्थित राष्ट्रीय विषाणु रोग विज्ञान संस्थान भेजा गया है।

केरल में निगरानी में रखे 2 छात्र बिना बताए खाड़ी रवाना हुए
चीन से केरल आए और घर में ही अलग रखे गए दो छात्र प्रशासन को बताए बिना खाड़ी देश रवाना हो गए। छात्रों ने ऐसा कर करॉना वायरस के पनपने की अवधि तक निगरानी में रहने और यात्रा नहीं करने के निर्देशों की अवहेलना की है। कोझिकोड जिले की चिकित्सा अधिकारी डॉ. वी. जयश्री ने बताया कि दोनों छात्र 15 जनवरी को केरल आए थे। दोनों ही चीन में रहकर पढ़ाई करते हैं। दो दिन पहले वे खाड़ी देश के लिए रवाना हो गए।

चीन में करॉना से मरने वालों की संख्या 425 हुई
चीन में घातक करॉना वायरस से संक्रमित 64 और लोगों की सोमवार को मौत हो जाने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 425 हो गई और इसके 20,438 मामलों की पुष्टि हुई है। चीन राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने बताया कि सोमवार को जिन 64 लोगों की मौत हुई वे सभी हुबेई प्रांत से थे। आयोग ने बताया कि 3,235 नए मामलों की भी पुष्टि हुई है। नए 5,072 संभावित मामले सामने आए हैं। 492 मरीज गंभीर रूप से बीमार हैं। आयोग ने बताया कि 2,788 लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है और 23,214 लोगों के वायरस से संक्रमित होने की आशंका है।

(भाषा और आईएएनएस से भी इनपुट)

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