कवर्धाः सांप्रदायिक तनाव के बीच रविवार को पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह कवर्धा पहुंचे। यहां रमन सिंह ने पीड़ित परिवारों से मुलाकात की और पार्टी कार्यकर्ताओं से भी हालात की विस्तृत जानकारी ली। रमन सिंह ने कवर्धा के हालात के लिए प्रदेश की कांग्रेस सरकार को जिम्मेदार ठहराया। रमन सिंह ने कहा कि कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद कवर्धा में विस्फोटक जैसी स्थिति पैदा हुई है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि कवर्धा को शांति का टापू कहा जाता है। ऐसी जगह पर इस तरह की परिस्थिति क्यों निर्मित हुई? पूर्व सीएम ने कहा कि कवर्धा में कभी धारा 144 नहीं लगाई गई लेकिन अब कर्फ्यू लगाना पड़ रहा है। रमन सिंह ने अपने बयान में आरोप लगाया कि बहुसंख्यक समाज के लोगों पर एकतरफा कार्रवाई हुई है। क्या कवर्धा के लोगों को धमकाकर, जिले के बंधक बनाकर शांति स्थापित हो सकती है?
रमन सिंह ने कवर्धा मामले की न्यायिक जांच कराने की मांग की।रमन सिंह हिंसा में घायल हुए और जेल में बंद लोगों के परिजनों से भी मुलाकात करेंगे। साथ ही मुख्य पीड़ित दुर्गेश देवांगन के घर पर उनके परिजनों से भी मिलने जाएंगे। छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम ने सीएम भूपेश बघेल के इस वक्त यूपी दौरे को लेकर भी सवाल खड़े किए हैं।उन्होंने कहा कि सीएम के पास बताने के लिए कुछ नहीं है, इसलिए यूपी बताने जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में भू-माफिया, रेत माफिया, शराब माफिया का राज चल रहा है। छत्तीसगढ़ कर्ज के बोझ में डूबा हुआ है. उन्हें यहां के यथार्थ वहां जाकर बताना चाहिए।
आपको बता दें कि कवर्धा में बीती 3 अक्टूबर को धार्मिक झंडा लगाने को लेकर दो समुदायों में विवाद हो गया था। इस विवाद ने बाद में सांप्रदायिक हिंसा का रूप ले लिया था जिसके बाद प्रशासन ने कवर्धा में कर्फ्यू लगा दिया है और 100 के करीब लोगों को गिरफ्तार किया है। फिलहाल कवर्धा में हालात सुधरते दिखाई दे रहे हैं।
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