कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश में बेटियों से बलात्कार की घटनाओं के प्रति सरकार के रवैये की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि जो हुआ वह अन्याय है और जो सरकार ने किया, वह उससे भी बड़ा अन्याय है। प्रियंका ने ये बातें दिल्ली से हाथरस जाने के दौरान ग्रेटर नोएडा के पास रोके जाने के बाद कही। उन्होंने मीडिया से कहा कि उनकी भी बेटी है, इसलिए एक मां के नाते उन्हें ऐसी घटनाओं से बहुत गुस्सा आता है।
आखिर इतना गुस्सा क्यों है? इस सवाल पर प्रियंका ने कहा, ‘मेरी 18 साल की बेटी है। मैं महिला हूं। गुस्सा चढ़ता है। आपकी बेटी होती… आप धर्म के रखवाले कहते हैं अपने आप को। कहते हैं हम हिंदू धर्म के रखवाले हैं। हमारे धर्म में कहा लिखा है कि एक पिता को अपनी बेटी की चिता को जलाने से रोक सकते हैं।’
सरकार ने ज्यादा बड़ा अन्याय किया: प्रियंका
कांग्रेस नेता हाथरस में हैवानियत की शिकार हुई युवती का शव रातोंरात गुपचुप तरीके से जला देने का हवाला दे रही थीं। उन्होंने यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार और वहीं के पुलिस-प्रशासन के इस रवैये की कड़ी निंदा की। प्रिंयका ने कहा, ‘जो घटना हुई, वह अन्याय है। जो सरकार ने किया वह बहुत बड़ा अन्याय है।’
हाथरस की ओर प्रियंका-राहुल का पैदल मार्च
प्रियंका गांधी अपने भाई और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ दिल्ली से हाथरस पीड़िता के परिवार से मिलने के लिए निकले थे, लेकिन उनके काफिले को ग्रेटर नोएडा में परी चौक के पास रोक लिया गया। वहां प्रशासन के साथ थोड़ी देर मशक्कत करने के बाद प्रिंयका और राहुल कार से उतर गए और पैदल ही हाथरस की ओर बढ़ गए। परी चौक से हाथरस की दूरी करीब 150 किमी है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या प्रियंका गांधी और राहुल गांधी इतनी लंबी दूरी तय कर हाथरस कांड के पीड़ित परिवार से मिलेंगी?
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