अंबिकापुर। आज अंबिकापुर घड़ी चौक पर कांग्रेस सेवा दल ने नए किसान बिल के विरोध में धरना प्रदर्शन किया। इस धरना प्रदर्शन में शामिल होकर छत्तीसगढ़ के खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। इस तरह उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा लागू किए गए कृषि बिल पर अपना विरोध दर्ज कराया। इस कार्यक्रम के दौरान अपने उद्बोधन में किसान भाइयों को संबोधित करते हुए मंत्री भगत ने नए कृषि बिल से होने वाले नुकसान के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने केंद्र सरकार पर प्रहार करते हुए केंद्र सरकार द्वारा लाए गए इस कानून को तुगलकी फरमान तथा मोदी सरकार के रवैये को हिटलरशाही जैसा बताया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के इस किसान विरोधी बिल का विरोध करने के लिए हम सबको सत्याग्रह आंदोलन का रास्ता अपनाना होगा।
साथ ही मंत्री अमरजीत भगत ने राज्य सरकार द्वारा किसान हित में किए जा रहे हैं उत्कृष्ट कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ पूरे देश में धान का सर्वाधिक समर्थन मूल्य देने वाला राज्य है, इसके बावजूद राज्य के बीजेपी नेता राजनीति करने से नहीं चूकते हैं।
मंत्री अमरजीत भगत ने अंबिकापुर सर्किट हाउस में जाकर अधिकारियों व स्थानीय लोगों से मुलाकात भी की। इस मुलाकात के दौरान विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। साथ ही एक दिसंबर से शुरू हुई धान खरीदी व्यवस्थाओं की समीक्षा की। इसके बाद मंत्री अमरजीत भगत अंबिकापुर के आसपास इलाकों में धान खरीदी केंद्रों के निरीक्षण हेतु निकले। इस कड़ी में उन्होंने दरिमा, करजी व कर्रा के धान खरीदी केंद्रों का निरीक्षण अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने बारदानों कांटा-तुला का जायजा लिया। साथ ही यहाँ धान बेचने आए किसानों से भी बात की। उन्हें निरीक्षण के दौरान सारी व्यवस्थाएँ दुरुस्त मिली, साथ ही ग्रामीण भी उत्साहित नज़र आई।