भारत में के सबसे ज्यादा मामले अभी तक महाराष्ट्र में पाए गए हैं। महाराष्ट्र में अब तक के 45 मरीज पाए गए हैं। मरीजों की संख्या बढ़ते देख उद्धव ठाकरे सरकार सक्रिय हो गई है। राज्य सरकार ने कहा है कि दुकानें सुबह खुलेंगी और दोपहर में बंद हो जाएंगी। सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि राज्य में जरूरी सामान पर्याप्त मात्रा में हैं और किसी को घबराने की जरूरत नहीं है।
सीएम उद्धव ठाकरे ने बताया, ‘यह तय किया गया है कि दफ्तर रोज खुले रहेंगे लेकिन कर्मचारी आधे ही आएंगे। यह भी कोशिश की जा रही है कि रेल, बस और मेट्रो को भी 50 पर्सेंट पैसेंजर लोड के साथ चलाने की कोशिश की जाएगी। राज्य में जरूरी सामान की कमी नहीं है, किसी को घबराने की जरूरत नहीं है।’
पुणे के पिपंरी-चिंचवाड़ में एक व्यक्ति के कोरोना वायरस पॉजिटिव पाए जाने पर पुणे में संक्रमितों की संख्या कुल मिलाकर 19 हो गई है। इस प्रकार महाराष्ट्र में कोरोना के मरीजों की कुल संख्या अब 45 हो गई है। वहीं, देशभर में कोरोना के मरीजों की संख्या 151 पहुंच गई है।
महाराष्ट्र के अलावा दिल्ली, यूपी, कश्मीर, केरल और अन्य कई राज्यों में भी कोरोना वायरस के मामले पाए गए हैं। कोरोना वायरस के चलते अभी तक कुल मिलाकर तीन लोगों की जान जा चुकी है। दूसरी तरफ 14 मरीजों को अस्पताल से डिस्चार्ज भी किया जा चुका है। जिन तीन लोगों की मौत हुई है, उन सभी की उम्र 60 साल के ऊपर थी और वह कई अन्य बीमारियों से भी जूझ रहे थे।
31 मार्च तक के लिए बीयर बार और रेस्तरां हुए बंद
पिंपरी-चिंचवाड़ में कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए 31 मार्च तक सभी बीयर बार बंद कर दिए गए हैं। कोरोना के खतरे को देखते हुए नागपुर में शराब दुकानें, रेस्ट्रॉन्ट्स और पान की दुकानें 31 मार्च तक बंद रहेंगी।
दुनियाभर में कोरोना वायरस से मरने वाले लोगों की संख्या बुधवार को आठ हजार से अधिक पहुंच गई। आधिकारिक आंकड़े के अनुसार, विश्वभर में इस महामारी से 8,092 लोगों की मौत हो गई, जिसमें सबसे अधिक यूरोप में 3,422 और एशिया में 3,384 मारे गए हैं।
‘50% वर्कर्स से ही कराया जाए काम’
मुंबई में बीएमसी ने प्राइवेट कंपनियों में 50 प्रतिशत से ज्यादा कर्मचारियों की उपस्थिति टालने का आदेश दिया है। कमिश्नर के सर्कुलर में कहा गया है कि ऑफिसों में 50 प्रतिशत कर्मचारियों से ही काम लिया जाए। यह नियम सीवेज, पानी, बैंकिंग, रेलवे, खान-पान, हॉस्पिटल और मेडिकल स्टोर जैसी अति महत्वपूर्ण सेवाएं देने वालों पर लागू नहीं होगा। इसके अलावा, कस्तूरबा, केईएम और सेवन हिल्स अस्पताल के आसपास गाड़ियों की आवाजाही भी कम की जाएगी। इसे न मानने वालों पर कानूनी कार्रवाई होगी।