दरअसल, कोरोना वायरस का डर इस कदर लोगों में समाया हुआ है कि दर्शक बाहर नहीं निकल रहे हैं। इसके अलावा चीन, साउथ कोरिया, अमेरिका, जापान और इटली में सार्वजनिक जगह पर एक साथ जुटने पर भी रोक है। ऐसे में फिल्म इंडस्ट्री को भी झटका लगना तय है।
स्थिति और होगी खराब
उधर, कुछ विश्वेषकों का मानना है कि कोरोना वायरस का फैलाव जितना अधिक होगा, इंडस्ट्री को नुकसान भी उतना ही अधिक होगा। चीन सबसे बड़ा बाजार है। पर, वहां सबसे भयावह स्थिति है। ऐसे ही साउथ कोरिया की स्थिति है। साउथ कोरिया फिल्म असोसिएशन ने इसे इंडस्ट्री के लिए सबसे खराब दौर बताया है।
2015 से भी बुरा हाल
साउथ कोरिया में 2015 में भी ऐसे ही एक वायरस के कारण इंडस्ट्री को झटका लगा था। पर, उस समय स्थिति इतनी भयावह नहीं थी। उस समय थिअटर्स खुले रहते थे। बाजार बंद नहीं थे। पर, इस समय सन्नाटा है। इसका असर फिल्मों के कारोबार पर पड़ रहा है।
साउथ कोरिया और इटली का हाल बेहाल
साउथ कोरिया के सबसे बड़े थिअटर चैन में से एक सीजीवी के मुताबिक यह स्थिति 2009 की तरह है जब देश में करीब 80 हजार लोग स्वाइन फ्लू से पॉजिटिव पाए गए थे। उधर, इटली में भी स्थिति ऐसी ही है। वहां आधे से अधिक थिअटर बंद हैं। 100 से अधिक लोग यहां वायरस से मर चुके हैं। इस कारण लोग डरे हुए हैं और बाहर नहीं निकल रहे।
हॉलिवुड फिल्में भी प्रभावित
उधर, हॉलिवुड फिल्में भी प्रभावित हैं। जेम्स बॉन्ड सीरीज की फिल्म की तारीख आगे बढ़ा दी गई है। दरअसल, मेकर्स को सबसे अधिक कमाई चीन से होती है। माना जा रहा था कि जेम्स बॉन्ड की यह सीरीज कमाई के सभी रेकॉर्ड तोड़ेगी। पर, चीन में ही अगर फिल्म रिलीज ना हो पाए तो फिर बड़ा नुकसान तय है। ऐसे में मेकर्स ने फिल्म को आगे बढ़ाने का फैसला किया है।
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