कोरोना से लड़ने को बजरंग देंगे 6 महीने की सैलरी

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नई दिल्लीवर्ल्ड चैंपियनशिप मेडलिस्ट भारतीय रेसलर ने घातक कोरोना वायरस के प्रकोप से निपटने में मदद की सोमवार को बड़ी घोषणा की। 26 साल के पहलवान ने छह महीने के अपने वेतन को दान करने का फैसला किया।

इसके साथ ही उन्होंने तोक्यो की मेजबानी में होने वाले ओलिंपिक खेलों को टालने की भी मांग की।

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बजरंग ने ट्विटर पर लिखा कि वह अपना छह महीने का वेतन हरियाणा कोरोना रिलीफ फंड में सहयोग के लिए समर्पित करेंगे। उन्होंने लिखा, ‘मैं, बजरंग पूनिया, अपने 6 महीने का वेतन हरियाणा कोरोना रिलीफ फंड में सहयोग के लिए समर्पित करता हूं। जय हिंद, जय भारत।’

2018 कॉमनवेल्थ गेम्स के गोल्ड मेडलिस्ट बजरंग के इस कदम पर केंद्रीय खेल मंत्री किरण रिजिजू ने भी उनकी तारीफ की।

देश के इस स्टार फ्रीस्टाइल रेसलर ने कहा कि कई देश ओलिंपिक से नाम वापस ले चुके हैं और ऐसे में अगर इसका आयोजन होता है तो टूर्नमेंट का महत्व कम होगा। बजरंग इन खेलों में भारत के पदक दावेदारों में से एक हैं। कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के कारण हालांकि इसका आयोजन संदेह के घेरे में है।

कोरोना के कारण अब तक दुनियाभर में 15000 से अधिक लोगों की मौत हो गई है और 3,00,000 से अधिक इसके संक्रमण की चपेट में आए हैं। बजरंग रेलवे में अधिकारी के रूप में विशेष ड्यूटी (ओएसडी) पर तैनात हैं।

इससे पहले बजरंग ने पीटीआई से कहा, ‘ओलिंपिक से पहले हमें कोरोना वायरस से लड़ना होगा। यदि स्थिति में सुधार नहीं होता है और यह 2-3 महीने तक जारी रहता है तो ओलिंपिक को स्थगित करना पूरी तरह से सही रहेगा।’

उन्होंने कहा, ‘अगर कोरोना वायरस का कहर जारी रहता है तो बहुत सारे देश अपने खिलाड़ियों को नहीं भेजेंगे। पहले से ही कनाडा और ऑस्ट्रेलिया ने कहा है कि वे अपने खिलाड़ियों को नहीं भेजेंगे। ऐसे आयोजन का क्या फायदा। यह सिर्फ भारत की समस्या नहीं है, यह एक वैश्विक मुद्दा है, जिससे पहले निपटने की जरूरत है।’

बजरंग सोनीपत के एक अपार्टमेंट में प्रशिक्षण ले रहे हैं, जबकि उनके कोच शाको बेंटिनिडिस जॉर्जिया के लिए रवाना हो गए हैं। महिला पहलवान के लिए विदेशी कोच एंड्रयू कुक भी कुछ दिन पहले अमेरिका के लिए रवाना हो गए हैं। भारतीय ओलिंपिक संघ (आईओए)ने कहा कि वह इन खेलों में देश की भागीदारी के बारे में चार सप्ताह में तय करेगा। अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक समिति (आईओसी) पर खेलों को स्थगित करने का भारी दबाव है।
(एजेंसी से इनपुट)

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