दंतेवाड़ा: कोविड 19 से बचाव के लिए केंद्र सरकार ने 21 दिनों के लिए लॉक डाउन का ऐलान किया है। राज्य सरकार भी बचाव के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। बावजूद इसके कोविड 19 संक्रमित लोगों की संख्या लागातार बढ़ रही है। वहीं, छत्तीसगढ़ में भी मरने वालों की संख्या में भी लगातार इजाफा हो रहा है। इसी बीच प्रदेश के वनांचल क्षेत्र दंतेवाड़ा जिले के किरंदुल के होटल कारोबारियों की अनूठी पहल सामने आई है। दरअसल होटल कारोबारी संकट मोचन बनकर सामने आए हैं। उन्होंने आपना लॉज आइसोलेशन वार्ड बनाने के लिए खाली करवा दिया है और प्रशासन को सौंप दिया है।
मिली जानकारी के अनुसार किरंदुल स्तिथ बैला इन लाज संचालक अब्दुल कय्यूम सिद्दीकी ने कोरोना संक्रमण को देखते हुए पहले तो अपने लाज खाली करवाया उसके बाद दंतेवाडा में संक्रमण के बढ़ते संदिग्ध मरीजो को देखते हुए लाज को आइसोलेशन/क्वारांटाइन हेतु शासन को निःशुल्क देने के लिए कलेक्टर को आवेदन दिया है। समाज सेवक सिद्दीकी ने भी कोरोना संक्रमण को देखते हुए लाज देने के अलावा वार्डवासियों के लिए मास्क भी बनवाया है, जिसका वितरण कर रहे हैं। उन्होंने सभी लोगों से अपील की है कि इस संक्रमण की रोकथाम के लिए सभी वर्ग,व्यापारी ,अधिकारी व नेता भी बढ़कर आगे आएं, ताकि ज्यादा से ज्यादा कोरोना पीड़ितों की सहायता हो सके। उन्होंने कहा कि कोरोना से लड़ने के लिए हम सबको मिलकर आगे बढ़ना है। चाहे वायरस के प्रति लोगों को जागरूक करना हो या पीड़ितों की मदद के लिए आगे आना होना हो। हमें हर दिशा में कोरोना के खिलाफ लड़ना है और इसे देश से भगाना है।
आज सिद्दीकी ने किरंदुल नगर पालिका अधिकार आर नेताम एवं अध्यक्ष मृणाल राय को जिला कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा ीहै। इस ज्ञापन में अब्दुल कय्यूम सिद्दीकी ने लिखा कि
वैश्विक महामारी करोना से आज पूरा देश एक होकर लड़ रहा है इसी क्रम में मैं भी इस महामारी से बचाव हेतु अपना योगदान देना चाहता हूं । मैंने निर्णय लिया है कि किरंदुल स्थित अपने भवन (होटल बैला इन) को शासन को इसकी आवश्यकता हो तो आइसोलेशन/क्वारंटाइन हेतु देने का इच्छुक हूं । उक्त भवन में 9 कमरे हैं तथा सारे कमरों में बिस्तर एवं रूम के भीतर शौच की व्यवस्था है। सिद्दीकी के इस पहल की सभी प्रसंसा कर रहे है और अब इस सकारात्मक पहल के बाद और भी लोगो के मदद के लिए आगे आने के कयास लगाए जा रहे है ।
ज्ञात हो कि कोरोना वायरस के संदिग्धों की संख्या दंतेवाड़ा में भी लगातार बढ़ रही है। बुधवार को बारसूर इलाके में भी दो लोगों को संदिग्ध पाते आइसोलेट किया गया। ये दोनों शिक्षा के प्रभावित देश में थे, जहां से बुधवार को बारसूर पहुंचे। हालांकि इनका स्क्रीनिंग एयरपोर्ट में हो चुका है। बावजूद स्थानीय प्रशासन इन्हें 14 दिनों के अपनी निगरानी में लिया है। वर्तमान में इन्हें उनके घरों पर ही आइसोलेट किया गया। इधर जिला हॉस्पिटल के आइसोलेशन विभाग में भी मुंबई, चैन्नई और आंध्रप्रदेश से लौटे चार लोगों को रखा गया है। बताया जा रहा है कि इन लोगों में कोरोना से मिलते- जुलते लक्षण पाए गए हैं। चारों संदिग्धों को विशेष स्वास्थ्य टीम की निगरानी में रखा गया है। एसडीएम लिंगराज सिदार ने बताया कि इन चारों में से दो के सैंपल जांच के लिए एम्स भेजा गया है। दो और का सैंपल आज भेजा गया। इसके अलावा जिले में बुधवार तक 274 लोगों को होम आइसोलेट में रखा गया है।जबकि गुरुवार तक यह आंकड़ा कोरोना वायरस संदिग्धों की संख्या जिले में 544 हो गया।
जानकारी के मुताबिक सर्वाधिक लोग दक्षिण भारत के विभिन्न राज्यों से लौटे हैं। ये ग्रामीण मिर्ची तोड़ने, बोरवेल मशीन आदि काम के लिए दंतेवाड़ा से पलायन किया था। लेकिन जैसे से वहां कोरोना वायरस की जानकारी हुई, अपने गांव लौट रहे हैं। साथ ही 22 लोग विदेश दौर से लौटे हैं।
जिले में 22 ऐसे लोगों को चिन्हित किया गया है, जो हाल ही में प्रभावित देशों की यात्रा से लौटे है। जिन्हें जिला हॉस्पिटल और घरों में आइसोलेट किया गया। होम आइसोलेट में रखे सभी की स्थिति अभी स्थिर बताई जा रही है।