क्या बोल्ट से तेज हैं गौड़ा? जानें रफ्तार का 'साइंस'

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नई दिल्लीपिछले कुछ दिनों से कर्नाटक के चर्चा में हैं। दावा किया जा रहा है कि बफेलो रेस (भैंसा दौड़) के दौरान श्रीनिवास ने 100 मीटर की रेस महज 9.55 सेकंड में ही पूरी कर दी, जबकि 142.50 मीटर की दूरी 13.62 सेकंड में पूरी की, जो कि वर्ल्ड रेकॉर्ड (उसेन बोल्ट का 9.58 सेकंड में 100 मीटर) से कहीं बेहतर है। तमाम हस्तियों ने से तुलना करते हुए उनका ट्रायल लेने और ओलिंपिक में भेजने की मांग की है। खेल मंत्री किरण रिजिजू ने तत्काल एक्शन लेते हुए इस रेसर के लिए ट्रायल की व्यवस्था भी कराई है, हालांकि गौड़ा ने फिलहाल ट्रायल से मना कर दिया है। इसकी वजह चोट मानी जा रही है।

खैर, यह तो रही श्रीनिवास गौड़ा की बात। अब बात करते हैं कि क्या यह संभव है वह उसेन बोल्ट से तेज दौड़े होंगे? या वह तेज दौड़ सकते हैं? इन्हीं सब सवालों का जवाब
‘नवभारत टाइम्स ऑनलाइन’ ने यूथ कैंप में भारत की स्टार महिला ऐथलीट हिमा दास को कोचिंग दे चुके डॉ. वजीर सिंह से जानना चाहा है।
आइए जानते हैं उन्होंने इस बारे में क्या कहा…पढ़ें-

गौड़ा की ‘फर्राटा साइंस’ को असिसटिड रन कहते हैं…स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (साई) के नैशनल सेंटर ऑफ ऐक्सिलेंस के सोनीपत सेंटर में हेड कोच वजीर सिंह ने सबसे पहले तो गौड़ा की रेस के प्रारूप को बताया। उन्होंने बताया, ‘देखिए, सबसे पहले तो यह समझ लीजिए कि श्रीनिवास उस रेस में अकेले नहीं दौड़ रहे थे। वह जिस भैंसे के साथ थे, जो उनसे कहीं तेज दौड़ रहा था। इससे गौड़ा को तेज दौड़ने में मदद मिल रही थी। इसे एक लाइन में हम असिसटिड रन कहते हैं।’

क्या है असिसटिड रन?वजीर ने इसके बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि अगर श्रीनिवास की उस स्पीड को समझना है तो सबसे पहले आपको असिसटिड रन को समझना पड़ेगा। उन्होंने बताया, ‘जब किसी को किसी की मदद से दौड़ाया जाए तो उसे ‘असिसटिड रन’ कहते हैं। ऐसा हम लोग ऐथलेटिक्स में भी करते हैं। इसका इस्तेमाल तब किया जाता है जब हमारा कोई ऐथलीट अपने समय में सुधार नहीं कर पाता। मान लीजिए कोई सामान्यत: 10.6 या 11 सेकंड़ में 100 मीटर दौड़ रहा है और लगातार प्रैक्टिस करने के बाद भी वह अपने पुराने समय को ही निकाल रहा है तो उसमें सुधार के लिए हम असिसटिड रन का इस्तेमाल करते हैं। इसमें हम कई बार बाइक का भी यूज करते हैं। बाइक में रेसर को टोचन करते हैं और उसकी स्पीड रेसर से 5-10% अधिक रखते हैं। बार-बार असिसटिड रन करने से रेसर की स्पीड में सुधार होता है।’

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किस तरह भैंसे ने की होगी श्रीनिवास की मदद (किस तरह असिसटिड रन करता है काम)किस तरह असिसटिड रन मदद करता है… इसके जवाब में उन्होंने बताया, ‘देखिए, असिसटिड रन के वक्त रेसर अपना फोर्स तो लगाता ही है साथ में उसे असिस्ट (जो उससे तेज दौड़ रहा होता है) करने वाले से भी मदद मिलती है। असिसटिड रन के दौरान ऐथलीट के बॉडी को ब्रेन से उतनी ही स्पीड का मेसेज जाता है। नर्वस सिस्टम और मस्कुलर सिस्टम का कॉर्डिनेशन भी उसी के हिसाब से होने लगता है। इसका असर मसल्स फाइबर और न्यूरॉन पर भी पड़ता है, जिससे रेसर का फायरिंग रेट (रनिंग स्पीड) बढ़ जाती है। इस प्रैक्टिस के बाद जब रेसर अकेले दौड़ता है तो वह पहले की रफ्तार से थोड़ा बेहतर करता है।’

श्रीनिवास गौड़ा के साथ क्या हुआ होगाउन्होंने इसके बाद श्रीनिवास गौड़ा की बात करते हुए कहा, ‘यही हुआ है श्रीनिवास गौड़ा के साथ। बार-बार प्रैक्टिस करने से श्रीनिवास की बॉडी ने भैंसे की स्पीड के साथ दौड़ने के लिए खुद को ढाल लिया। किसी सामान्य रेसर को अगर भैंसे के साथ टोचन (उसकी रस्सी के साथ बांध दिया जाए या पकड़कर दौड़ाया जाए) कर दिया जाए तो वह 15-20 मीटर बाद औंधे मुंह गिर पड़ेगा। कीचड़ में तो वह भी संभव नहीं है। यह अभ्यास ही था जो गौड़ा भैंसे के साथ ताल से ताल मिलकर 100 से अधिक मीटर तक दौड़ गए।’

बोल्ट का रेकॉर्ड तोड़ना कितना संभवभारत के लिए युवा प्रतिभाओं को खोज रहे कोच ने कहा, ‘हर रेकॉर्ड तोड़ने के लिए ही बनता है, लेकिन उसेन बोल्ट का 9.58 सेकंड में 100 मीटर दौड़ का रेकॉर्ड टूटना इतना आसान भी नहीं है। अगर होता तो दुनियाभर में ढेरों ऐथलीट उसके लिए जोर लगा रहे हैं और तोड़ देते। रही बात श्रीनिवास की तो ट्रायल होना है। जब होगा तो पता चल जाएगा कि वह कितना तेज दौड़ते हैं। इसके बारे में जानने के लिए हम लोग उत्सुक हैं। ट्रायल में वह अगर रेकॉर्ड तोड़ नहीं पाते हैं और आसपास भी रहते हैं तो हमारे लिए अच्छा होगा। मैं तो यह सोच रहा हूं कि वह अभी तक हमारी पहुंच से दूर कैसे रहे। सरकार ढेरों प्रोग्राम चला रही है और प्रतिभाओं को खोजने-निखारने का काम किया जा रहा है। वह पहले भी दौड़ते रहे होंगे।’

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  1. कौन हैं श्रीनिवास गौड़ा?श्रीनिवास गौड़ा कर्नाटक के रहने वाले हैं और कम्बाला रेस में दौड़ते हैं।
  2. श्रीनिवास गौड़ा ने कम्बाला रेस के दौरान कितने सेकंड में 100 मीटर की दूरी तय की?श्रीनिवास गौड़ा ने कम्बाला रेस के दौरान महज 9.55 सेकंड में 100 मीटर की दूरी तय की।
  3. सबसे तेज 100 मीटर की रेस पूरी करने का वर्ल्ड रेकॉर्ड किसके नाम है?सबसे तेज 100 मीटर की रेस पूरी करने का वर्ल्ड रेकॉर्ड जमैका के उसेन बोल्ट (9.58 सेकंड) के नाम है।

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