यूजर ने लिखा- 100वीं बार एशेज सीरीज-2005 को देख रहा हूं। उस सीरीज में केविन पीटरसन ने ढेरों कैच ड्रॉप किए थे। हालांकि तब भी यह ऑल टाइम बेस्ट सीरीज है। इस पर पीटरसन ने माना कि उन्होंने खराब फील्डिंग की थी। केपी ने जवाब देते हुए लिखा- अगर अच्छी बैटिंग नहीं करता तो मैं अपनी फील्डिंग की वजह से ओवल टेस्ट में टीम में जगह नहीं बना पाता।
केपी ने अपने करियर का पहला सैकड़ा ओवल में ही लगाया था। उन्होंने सितंबर 2005 में खेली गई सीरीज के 5वें और आखिरी टेस्ट की दूसरी पारी में 187 गेंदों में 15 चौके और 7 छक्के जड़ते हुए 158 रन की पारी खेली थी, जिसने इस मैच को ड्रॉ करवा दिया था। यह सीरीज मेजबान इंग्लैंड 2-1 से जीतने में सफल रहा था। बता दें कि 5 मैचों की इस सीरीज में उन्होंने कुल 6 कैच छोड़े थे, जिसकी वजह से उन्हें काफी आलोचना झेलनी पड़ी थी, लेकिन बैटिंग अच्छी की थी तो प्लेइंग इलेवन में मौके मिलते रहे थे।
बेस्ट स्कोरर रहे थे केपीइस सीरीज में डेब्यू स्टार केविन पीटरसन ने सबसे अधिक 473 रन बनाए थे, जिसमें 3 अर्धशतक और एक शतक शामिल था। सीरीज के पहले मुकाबले में, लॉर्ड्स में, डेब्यू करने वाले केपी ने पहली पारी में 57 और दूसरी पारी में नाबाद 64 रन बनाए थे। वह दोनों ही पारियों में इंग्लैंड के बेस्ट स्कोरर रहे थे और ऐसा करने वाले दुनिया के चौथे बल्लेबाज बने थे। इसके बाद उन्होने बर्मिंगम टेस्ट में 71 और 20 रन बनाए। इसके बाद उन्होंने सरीज के आखिरी मुकाबले में करियर का पहला शतक जड़ा।
जड़े थे 16 छक्के
ओवल टेस्ट के दौरान केविन पीटरसन ने महान स्पिनर शेन वार्न और तेज गेंदबाज ब्रेट ली को आसानी से छक्के जड़ते हुए सभी को हैरान कर दिया था। इस सीरीज में उन्होंने कुल 16 छक्के लगाए थे, जिसकी किसी नए खिलाड़ी से, वह भी टेस्ट सीरीज में, उम्मीद नहीं की जाती है।