मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा, ‘ये मंत्रालय और एनएसएफ के बीच रोजमर्रा की बैठकें हैं जो अब इस महामारी के चलते वीडियो कांफ्रेंस के जरिए की जा रही हैं। हम पहले ही पिछले हफ्ते कुछ महासंघों के साथ बैठकों का पहला सिलसिला शुरू कर चुके हैं और आज यही जारी रहा।’ गुरुवार की बैठक के दौरान खेल सचिव राधे श्याम जुलानिया ने हैंडबॉल, बास्केटबॉल, वॉलीबॉल, वुशु, टेनिस, स्क्वैश, स्पेशल भारत, नौकायन, कयाकिंग एवं कैनोइंग, कबड्डी और अखिल भारतीय विश्वविद्यालय के महासंघों के दो प्रतिनिधियों से बातचीत की।
जुलानिया ने कहा, ‘हम पहले ही 15 एनएसएफ से चर्चा कर चुके हैं और आज हमने इस प्रक्रिया को जारी रखा और 11 और एनएसएफ से चर्चा की।’ उन्होंने कहा, ‘हमने एनएसएफ की भविष्य की योजनाओं और एसीटीसी (ट्रेनिंग और प्रतियोगिताओं का सालाना कैलेंडर) पर सामान्य चर्चा की।’ एनएसएफ के एक प्रतिनिधि ने कहा कि मंत्रालय ने भविष्य की योजनाओं की जानकारी ली जिसमें 2024 और 2028 ओलिंपिक भी शामिल है।
एनएसएफ के अधिकारी ने कहा, ‘यह नियमित होने वाली बैठक थी, जिसमें हमने चर्चा की कि चीजें सामान्य होने के बाद कैसे शुरू की जाएगी। मंत्रालय यह जानना चाहता था कि अब ओलिंपिक 2021 तक स्थगित हो गए हैं तो हम भविष्य के लिए किस तरह की योजना बना रहे हैं। हर एनएसएफ से पूछा गया कि उनकी अगले एशियाई खेलों से क्या उम्मीदें हैं तथा 2024 और 2028 ओलिंपिक के लक्ष्य के बारे में भी चर्चा हुई।’
भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) ने पूरे देश में कोचों की जानकारी बढ़ाने के लिए गुरुवार को एनएसएफ के साथ मिलकर एक आनलाइन कार्यक्रम शुरू किया। इसमें शुरूआती दिन 4700 से ज्यादा कोचों ने हिस्सा लिया। खेल मंत्री किरेन रीजीजू, केंद्रीय मंत्री और भारतीय तीरंदाजी संघ के अध्यक्ष अर्जुन मुंडा ने कोचों को संबोधित किया।
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