श्रीलंका के दिग्गज क्रिकेटर कुमार संगकारा () ने (ICC) के चेयरमैन पद के लिए () का समर्थन किया है। श्रीलंका के इस पूर्व कप्तान ने कहा कि भारतीय क्रिकेट बोर्ड () के अध्यक्ष का ‘कुशाग्र क्रिकेट दिमाग’ और प्रशासक के रूप में अनुभव उन्हें इस भूमिका के लिए ‘काफी उपयुक्त’ दावेदार बनाता है।
संगकारा ( for ) ने स्वीकार किया कि वह गांगुली के बड़े समर्थक हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व भारतीय कप्तान की अंतरराष्ट्रीय मानसिकता है, जो महत्वपूर्ण पदों पर रहते हुए पक्षपात रहित रहने के लिए जरूरी है। मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (MCC) के वर्तमान अध्यक्ष संगकारा ने ‘इंडिया टुडे’ से कहा, ‘मुझे लगता है कि सौरभ गांगुली बदलाव ला सकते हैं। दादा (गांगुली) का बड़ा प्रशंसक हूं, सिर्फ क्रिकेटर के रूप में उनके दर्जे के कारण नहीं बल्कि मुझे लगता है कि उनके पास कुशाग्र क्रिकेट दिमाग है।’
उन्होंने कहा, ‘वह दिल से क्रिकेट के सर्वश्रेष्ठ हित के बारे में सोचते हैं और जब आप आईसीसी में हो तो यह सिर्फ इसलिए नहीं बदलना चाहिए कि आप बीसीसीआई अध्यक्ष हो या इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड के या श्रीलंका क्रिकेट या किसी अन्य बोर्ड के।’
संगकारा ने कहा, ‘आपकी मानसिकता अंतरराष्ट्रीय होनी चाहिए और आप जहां से आए तो वहां को लेकर भेदभाव नहीं होना चाहिए, जैसे कि मैं भारतीय, श्रीलंकाई, ऑस्ट्रेलियाई या इंग्लैंड का हूं। उसे समझना चाहिए कि मैं क्रिकेटर हूं और वही कर रहा हूं, जो क्रिकेट खेलने वाले सभी देशों के लिए सर्वश्रेष्ठ है।’
42 वर्षीय संगकारा ने कहा कि गांगुली में रिश्ते बनाने की क्षमता है, जो क्रिकेट की संचालन संस्था में प्रभावी पद के लिए महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा, ‘बीसीसीआई अध्यक्ष बनने से पहले भी मैंने उनका काम देखा है। प्रशासन और कोचिंग से भी पहले, उन्होंने किस तरह दुनिया भर के खिलाड़ियों से रिश्ते बनाए, एमसीसी क्रिकेट समिति में उनका कार्यकाल।’
बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष शशांक मनोहर ने इस महीने की शुरुआत में आईसीसी के चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया। चुनाव होने तक हॉन्गकॉन्ग के इमरान ख्वाजा को अंतरिम चेयरमैन बनाया गया है। संगकारा एकमात्र पूर्व अंतरराष्ट्रीय कप्तान नहीं हैं जिन्होंने गांगुली का समर्थन किया है। साउथ अफ्रीका के पूर्व कप्तान और क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका के क्रिकेट निदेशक ग्रीम स्मिथ ने भी इस पद के लिए गांगुली का समर्थन किया है। गांगुली ने हालांकि हाल में कहा था कि आईसीसी पद को लेकर उन्हें कोई जल्दबाजी नहीं है।