गांगुली ने 104° बुखार में खिलाया मैच: मुरली कार्तिक

नई दिल्ली
टीम इंडिया के पूर्व लेफ्टआर्म स्पिनर (Murali Kartik) ने आज खुलासा किया कि उन्हें एक बार 104 डिग्री तेज बुखार में भी मैच खेलना पड़ा था। कार्तिक ने कहा कि इसके पीछे वजह भारत के महान कप्तानों में एक सौरभ गांगुली () थे, जो चाहते थे कि तेज बुखार के बावजूद मैं आईपीएल का वह मैच खेलूं। गांगुली तब आईपीएल में पुणे वॉरियर्स की टीम के कप्तान थे।

इस पूर्व लेफ्टआर्म स्पिनर ने कहा, ‘साल 2012 में सौरभ गांगुली आईपीएल में पुणे की कप्तानी कर रहे थे। इस दौरान हमारा एक मैच चेन्नै सुपरकिंग्स (CSK) के खिलाफ था। मुझे बुखार था इसके बावजूद दादा ने मुझसे कहा कि वह मैच मैं खेलूं।’ कार्तिक एक खेल वेबसाइट स्पोर्ट्सकीड़ा के साथ फेसबुक लाइव पर बात कर रहे थे।

43 वर्षीय कार्तिक ने कहा, ‘मैं उम्मीद करता हूं कि उस मैच की फुटेज होंगी, ताकि पता चल सके कि कैसे उस मैच में मैं फुल स्लीव्स का स्वेटर पहनकर खेल रहा था। मैंने बुखार के बावजूद वह मैच खेला था।’

कार्तिक ने इन बातों को किया खारिज कि गांगुली के चलते टीम इंडिया में मिले कम मौके
इस पूर्व लेफ्टआर्म स्पिन गेंदबाज ने आज इन सभी बातों को भी खारिज कर दिया कि सौरभ गांगुली के चलते उन्हें टीम इंडिया में खेलने के मौके बहुत कम मिले। कार्तिक के टीम इंडिया में छोटे करियर को लेकर अक्सर यह कहा जाता है कि उस दौर में सौरभ गांगुली अपनी बेहतरीन फॉर्म में थे और तब वह लेफ्टआर्म स्पिनर को जब चाहे चौके-छक्के मारते थे। लेकिन कार्तिक ने कहा कि उनके छोटे करियर की वजह गांगुली नहीं थे।

कार्तिक बोले- गांगुली ने मुझे हमेशा टीम में रखा
मुरली कार्तिक ने कहा, ‘अगर गांगुली लेफ्टआर्म स्पिनर को बेहतर खेलते थे तो मैं कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) की टीम में तीन साल तक कैसे रहा। इसके बाद दादा को साल 2011 में पुणे वॉरियर्स ने साइन किया था और 2012 में उन्हें कप्तानी सौंपी। गांगुली ने ही तब ट्रेड के जरिए मुझे चेन्नै सुपरकिंग्स (CSK) में शामिल नहीं होने दिया और अपनी टीम में बरकरार रखा था। तब दूसरे लेफ्टआर्म स्पिनर रवींद्र जडेजा को सीएसके में मौका मिला और तभी से वह वहां खेल रहे हैं।’

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