पश्चिम बंगाल के उत्तर दिनाजपुर में छात्रा के कथित गैंगरेप के मामले में राजनीति शुरू हो गई है। बीजेपी की राज्य इकाई ने स्थानीय टीएमसी नेता को रेप का दोषी बताया तो वहीं टीएमसी ने कहा कि वह मामले पर राजनीति नहीं चाहती है। टीएमसी नेता पीड़ित परिवार से मुलाकात भी करेंगे। मामले में उस वक्त नया मोड़ आया जब पश्चिम बंगाल पुलिस ने रेप की घटना से इनकार कर दिया।
इससे पहले रविवार को घटना के विरोध में दिनाजपुर के कलागछ में लोग सड़कों पर उतर आए थे। इस दौरान लोगों ने सड़क जाम करके पुलिस वाहनों, नागरिक बसों को आग के हवाले कर दिया था। पश्चिम बंगाल बीजेपी ने सनसनीखेज आरोप लगाते हुए कहा कि पीड़िता एक स्थानीय नेता की बहन थी और टीएमसी नेता ने उसका रेप और हत्या की।
‘एक खास वर्ग के लोगों को उकसा रही बीजेपी’
सत्तारूढ़ टीएमसी ने आरोपों को खारिज कर दिया। साथ ही बीजेपी पर ‘लोगों के एक वर्ग को उकसाने और शांति भंग करने’ की कोशिश करने का आरोप लगाया है। मामले पर पश्चिम बंगाल के मंत्री गौतम देब ने कहा, ‘ये बहुत दुखद घटना है। हम इसका राजनीतिकरण नहीं करना चाहते हैं। घटना की जांच की जाएगी और दोषियों को कानून के अनुसार दंडित किया जाएगा। हम पीड़ित परिवार से मिलेंगे।’
परिजनों ने नहीं दी कोई तहरीर
पश्चिम बंगाल पुलिस ने घटना के बारे में बताते हुए कहा कि पीड़िता की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मौत की वजह जहर का प्रभाव बताया गया है। इसके साथ ही शरीर में कहीं चोट के निशान नहीं मिले हैं। यौन और शारीरिक हिंसा के भी कोई निशान नहीं हैं। लॉ ऐंड ऑर्डर की समस्या पर पुलिस ने कहा कि अभी तक कोई शिकायत दर्ज नहीं हुई है। पुलिस ने कहा कि परिजनों की तरफ से भी घटना पर कोई तहरीर नहीं दी गई।
रविवार को हुआ था विरोध-प्रदर्शन
लड़की से कथित गैंगरेप और हत्या के बाद आक्रोशित लोगों ने गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया था। इसके बाद प्रशासनिक अमले के होश फाख्ता हो गए थे। आनन-फानन स्थितियों पर नियंत्रण के लिए सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया था। पुलिसकर्मियों ने उपद्रवियों को वहां से भगाने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े।
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