चायवाले से मचा 'मातोश्री' में हड़कंप, पूरी कहानी

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मुंबई
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के निजी आवास मातोश्री के पास एक चायवाले के कोरोना पॉजिटिव निकलने के बाद इलाके में दहशत है। यह चायवाला बीते कई सालों से मातोश्री के गेट के पास चाय की टपरी लगाता था। चायवाले के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद मातोश्री की सुरक्षा में लगे करीब 170 पुलिसकर्मियों और एसआरपीएफ जवानों को एहतियातन इलाके से हटाकर उन्हें क्वारंटीन कर दिया गया है।

चायवाला आखिर इतने पॉश इलाके में किसकी इजाजत से चाय की टपरी लगाता था, लॉकडाउन होने के बाद भी उसे वहां से क्यों नहीं हटाया गया, ऐसे कई सवाल हैं जो उसके पॉजिटिव पाए जाने के बाद उठाए जा रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, वह चायवाला मातोश्री में तैनात सुरक्षाकर्मियों को ही चाय पिलाता था। इसलिए उसे वहां से नहीं हटाया जा रहा था। वह चायवाला अपनी टपरी के पास ही रहता था और वहीं सोता था। पुलिसकर्मियों की शह पर ही वह वहां पर रह रहा था।

पुलिसकर्मी ने ही भेजा था हॉस्पिटल
जानकारी के मुताबिक, जांच के लिए जाने से पहले दो दिन जब चायवाले ने चाय नहीं बनाई तो पुलिसकर्मी उसके पास पहुंचे। चायवाले ने उन्हें बताया कि उसकी तबियत खराब है, इसलिए वह चाय नहीं बना पा रहा है। जिसके बाद एक पुलिसकर्मी को शक हुआ तो उसने एक स्थानीय डॉक्टर से बात करके उसकी जांच करने को कहा। डॉक्टर ने चायवाले को सरकारी हॉस्पिटल ले जाने की सलाह दी। जिसके बाद वहां उसकी जांच की गई तो पता चला कि वह कोरोना पॉजिटिव है। मामला सीएम से जुड़ा है, इसलिए कोई भी अधिकारी इस मामले में आधिकारिक तौर पर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। हालांकि सूत्रों के मुताबिक, इस बात की आंतरिक जांच हो रही है कि चायवाला किसकी शह पर वहां पर लॉकडाउन के दौरान भी चाय की टपरी लगाता रहा।

’14 दिनों से सेल्फ आइसोलेशन में हैं सीएम उद्धव’
वहीं दूसरी ओर शिवसेना के एक उच्च पदाधिकारी ने बताया कि ठाकरे परिवार के किसी सदस्य की जांच का अभी कोई प्रस्ताव नहीं है। शिवसेना के एक वरिष्ठ सूत्र ने बताया, ‘पिछले दो हफ्ते से परिवार के लोग सेल्फ आइसोलेशन में हैं लेकिन मुख्यमंत्री के साथ अन्य स्टाफ भी रहता है जो उन्हें हर दिन रिपोर्ट करता है। इनकी जांच होना जरूरी है।’

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