की फिल्म ‘’ के निर्माताओं के खिलाफ अवमानना कार्यवाही शुरू करने की मांग वाली एक याचिका दिल्ली उच्च न्यायालय में दायर की गई है। यह याचिका तेजाब हमले की शिकार की ओर से पेश हो चुकी वकील ने दी है। यह फिल्म लक्ष्मी अग्रवाल के जीवन पर ही आधारित है । वकील अपर्णा भट्ट ने उच्च न्यायालय का रूख करते हुए कहा है कि फिल्म निर्देशक मेघना गुलजार और निर्माता फॉक्स स्टार स्टूडियो ने वकील को श्रेय नहीं देकर अदालती आदेश की अवहेलना की है।
न्यायमूर्ति प्रतिभा एम सिंह ने 11 जनवरी को फिल्मकारों को निर्देश दिया था कि वो लक्ष्मी अग्रवाल की तरफ से पेश हो चुकीं वकील अपर्णा भट्ट को श्रेय दें। याचिका में कहा गया कि 11 जनवरी के आदेश की जानबूझकर अवहेलना करने के लिए अदालत की अवमानना के कारण सजा का आदेश देना चाहिए। पीठ ने 11 जनवरी को फिल्म के निर्माता फॉक्स स्टार स्टूडियो द्वारा दायर याचिका पर आदेश जारी किया था।
याचिका में निचली अदालत के फैसले को चुनौती दी गई थी जिसमें उनसे वकील के योगदान को स्वीकार करने को कहा गया था। यह फिल्म 10 जनवरी को प्रदर्शित हुई थी। फिल्म के रिलीज हो जाने के कारण उच्च न्यायालय ने कहा था कि चूंकि फिल्म भारत और विदेश में 10 जनवरी को रिलीज हो चुकी है, ऐसे में यह सुनिश्चित करना चाहिए कि प्रदर्शन में कोई बाधा ना हो। इसलिए, निर्देश दिया गया कि डिजिटल प्रतियों में वकील को श्रेय दिए बिना 15 जनवरी से सिनेमाघरों में इसका प्रदर्शन नहीं होगा।