ग्रामीणों की ओर से तकरीबन एक महीने पहले शिक्षकों की शिकायत भी की गई थी लेकिन प्रिंसिपल ने कोई कार्रवाई नहीं की। इसकी वजह से उन्हें भी सस्पेंड कर दिया गया है। सेकेंडरी एजुकेशन डायरेक्टर सौरभ स्वामी ने शुक्रवार को कहा, ‘प्रिंसिपल सीधे तौर पर अपराध में शामिल नहीं थे लेकिन उन्होंने ग्रामीणों की ओर से सूचना मिलने के बाद भी आरोपियों पर कार्रवाई नहीं की। इस लापरवाही की वजह से आरोपी शिक्षकों ने अपना बर्ताव जारी रखा।’
‘…तो टर्मिनेट किए जाएंगे आरोपी’एक हफ्ते पहले स्कूल परिसर में ग्रामीणों की ओर से प्रदर्शन किया गया, जिसके बाद स्थानीय प्रशासन में हड़कंप मच गया। यह सूचना मिलने के बाद की ओर से दो सदस्यीय जांच कमिटी गठित की गई। प्राथमिक जांच रिपोर्ट के आधार पर शिक्षा विभाग ने आरोपी शिक्षकों के खिलाफ विभागीय चार्जशीट दाखिल की। स्वामी ने कहा, ‘यदि वे आरोपी पाए जाते हैं तो विभाग उन्हें नौकरी से टर्मिनेट कर देगा।’ रायसिंहपुरा के पूर्व सरपंच की शिकायत के आधार पर पिछले हफ्ते स्थानीय पुलिस थाने में छेड़खानी का मुकदमा भी दर्ज किया गया है।
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