मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज जांजगीर-चांपा जिले की नगर पंचायत डभरा में आयोजित छत्तीसगढ़ झेरिया-धोबी-बरेठ समाज के राज्य स्तरीय युवक-युवती परिचय सम्मेलन में शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने समाज द्वारा प्रकाशित स्मारिका का विमोचन किया। मुख्यमंत्री ने लोगों की मांग पर मंगल भवन निर्माण के लिए 15 लाख रूपए की मंजूरी की घोषणा भी की।
मुख्यमंत्री ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि बरेठ समाज के लोग परंपरागत व्यवसाय के साथ-साथ खेती किसानी भी कुशलता से करते है। राज्य सरकार की योजना के तहत किसानी कार्य को प्रोत्साहित किया जा रहा है। घुरवा को स्मार्ट बनाकर गावों के विकास के लिए योजना प्रारंभ की की गई है। विगत वर्षों में केवल नगरी निकायों को स्मार्ट बनाने का प्रयास किया गया। घुरवा को वैज्ञानिक तरीके से तैयार कर गोबर गैस प्लाण्ट स्थापित किया जाएगा। इससे प्राप्त गोबर गैस से खाना बनाने के लिए ईंधन मिलेगा और किसानी के लिए उपजाऊ खाद भी उपलब्ध होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को पशुपालन के लिए प्रेेरित किया जा रहा है। इससे दुग्ध व्यवसाय को बढ़ावा मिलेगा। इसके लिए गावों में गोठान और चारागाह को व्यवस्थित किया जाएगा। इससे खेत की फसल पशुओं से सुरक्षित रहेगी। गाय चराने वाले चरवाहों को भी सरकार द्वारा मजदूरी दिए जाने की योजना प्रारंभ की जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य है, जहां किसानों को एक क्विंटल धान का 25 सौ रूपए मूल्य प्राप्त हो रहा है। साथ ही अल्प कालीन कृषि ऋण माफ योजना से राज्य में किसानों का कुल 10 हजार करोड़ रूपए का ऋण माफ किया गया है। उन्होंने अपने उद्बोधन में बच्चों के स्वास्थ्य और शिक्षा पर भी जोर दिया। जनप्रतिनिधियांे से अपील करते हुए कहा कि स्वास्थ्य और शिक्षा के लिए सरकार की योजनाओं का लाभ समाज के लोगों को दिलाने में मदद करें।