बालोद: जिले में प्रवासी मजदूरों से कोरोना का संक्रमण का खतरा बढ़ चुका है, जिले में आज 4 नए और मरीज मिलने के बाद संख्या 18 हो चुकी है। जिले के सभी कोरोना पॉजिटिव मरीजों का इलाज रायपुर एम्स में चल रहा है। आज मिले 4 नए मरीजों में दो युवक एक महिला और एक युवती 21 साल की है। इन सभी की ट्रैवल हिस्ट्री भी रेड जोन मुंबई से है।
आपको बता दें कि डौंडीलोहारा ब्लॉक जो रेड जोन घोषित हो चुका है। ब्लाक के ग्राम जूनापानी से एक युवक कोरोना पॉजिटिव आया। वहीं, ग्राम जेवरतला से एक महिला कोरोना संक्रमित आई है। सबसे बड़ी बात यह महिला वर्तमान डौंडीलोहारा के जनपद सदस्य की पत्नी है, जो मुंबई से अपने परिवार सहित आई थी और वर्तमान में स्कूल में क्वारंटाइन थी। वहीं गुंडरदेही ब्लॉक जो ग्रीन जोन था, अब वह ऑरेंज और की ओर बढ़ चुका है। गुंडरदेही ब्लॉक के ग्राम कंलगपुर में 21 साल की एक युवती और कजराबांधा में 36 साल का एक युवक कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। इन दोनों मरीजों की ट्रेवल हिस्ट्री मुंबई है, वहीं इनके संपर्क हिस्ट्री को निकाल कर इन्हें एस्म भेजा गया है।
गौरतलब है कि बालोद जिले में कुल एक्टिव केस 18 हो गए हैं, ऐसे में जिला प्रशासन सतर्कता निगरानी बढ़ा दी है। आपको बता दें कि बालोद जिले में 1455 क्वारंटाइन सेंटर बनाए गए हैं। गांव के स्कूल या सामुदायिक भवन में जहां 5 हजा से अधिक प्रवासी मजदूर हैं, वहीं अभी कई मजदूरों का सैंपल टेस्ट आना बाकी है। आज मिले 4 कोरोना संक्रामितो का सैंपल 17 मई को एम्स भेजा गया था, जो आज 22 मई को रिपोर्ट आया है।
मामले में कलेक्टर रानू साहू ने कहा कि बालोद जिला पूरी तरह सुरक्षित है, जो भी कोरोना संक्रमित आ रहे हैं, वह बाहर से आए मजदूर ही हैं। अधिकतर मुंबई से आए मजदूर हैं। बालोद जिले में इसे फैलने नहीं दिया जाएगा और पूरी तरह बालोद को सुरक्षित रखा जाएगा। यह सभी मजदूर आते ही साथ क्वारंटाइन सेंटर में थे।
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