खूब थी रोहित की चर्चाबात उस वक्त की है जब रोहित उतने मशहूर नहीं थे और जब उन्हें टी-20 वर्ल्ड कप के लिए टीम इंडिया में चुना गया तो उनके नाम की बड़ी चर्चा थी। विराट कोहली ने एक शो में बताया था, ‘यार जब टी-20 वर्ल्ड कप-2007 के लिए रोहित को टीम में बुलाया गया तो उनकी बड़ी चर्चा था। हम भी सोचने लगे कि ऐसा कौन सा खिलाड़ी है, जिसकी इतनी चर्चा हो रही है। हमारी कोई बात ही नहीं कर रहा।’
हैरान रह गए थे कोहलीविराट ने इस बात का भी जिक्र किया था जब उन्होंने पहली बार रोहित को बैटिंग करते देखा था। उन्होंने कहा था, ‘टी-20 वर्ल्ड कप-2007 था और मैंने रोहित को बैटिंग करते देखा तो मैं अपने सोफे (हैरान होते हुए) पर बैठ गया। मैंने कहा इसलिए तो इतनी चर्चा हो रही थी इस बंदे की।’
यूं रही थी फिकी शुरुआतरोहित शर्मा ने वनडे डेब्यू 23 जून, 2007 में आयरलैंड के खिलाफ किया था, लेकिन उस मैच में उन्हें बैटिंग नहीं मिली थी। दूसरा मैच इसी वर्ष 26 जून को साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेला, लेकिन सिर्फ 8 रन बना सके। इसके बाद वह T-20 वर्ल्ड कप में ही टीम इंडिया के लिए खेलते दिखे, जहां उन्होंने 19 सितंबर, 2007 को इंग्लैंड के खिलाफ डेब्यू किया, लेकिन बैटिंग नहीं मिली।
T20 वर्ल्ड कप में दिखी थी तूफानी बैटिंगइसके ठीक एक दिन बाद 20 सितंबर को साउथ अफ्रीका के खिलाफ जब बैटिंग मिली तो रोहित ने तूफानी हाफ सेंचुरी जड़ डाली। उन्होंने 40 गेंदों में 7 चौके और 2 छक्के लगाते हुए नाबाद 50 रनों की पारी खेली थी। यही नहीं, पाकिस्तान के खिलाफ ऐतिहासिक फाइनल में भी रोहित का तूफानी अंदाज देखने को मिला था। उन्होंन महज 16 गेंदों में ही नाबाद 30 रन ठोक डाले थे। इसमें 2 चौके और 1 छक्का शामिल था। भारत ने पहली बार खेले गए इस वर्ल्ड कप का खिताब जीता था। उस वक्त उनकी बैटिंग की खूब तारीफ हुई थी।