भारत के लिए 25 टेस्ट, 38 वनडे और 2 टी20 इंटरनैशनल मैच खेल चुके पार्थिव ने कहा, ‘हम ब्रिस्बेन में खेल रहे थे, हेडन उस मैच में शतक लगा चुके थे। इसके बाद इरफान पठान ने उन्हें आउट किया। वह इससे काफी नाखुश नजर आए। ड्रिंक्स ब्रेक के दौरान जब वह पविलियन लौट रहे थे तो मैंने उनकी तरफ देखकर ‘हू हू’ किया।’
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35 वर्षीय पार्थिव ने कहा, ‘वह ड्रेसिंग रूम के बाहर खड़े थे। उन्होंने मुझसे कहा कि यदि मैंने दोबारा ऐसा किया, तो वह मेरे मुंह पर एक घूंसा लगाएंगे। मैंने उनसे सॉरी कहा लेकिन वह बिना कुछ कहे चले गए।’ पार्थिव ने आगे बताया कि मैदान के बाहर ऑस्ट्रेलियाई टीम काफी अलग होती है, और ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों को करीब लाने में आईपीएल ने बड़ी भूमिका निभाई।
‘धोनी के युग में खेलने से अनलकी नहीं’
उन्होंने साथ ही कहा कि पूर्व कप्तान के युग में खेलकर वह खुद को दुर्भाग्यशाली नहीं मानते। उन्होंने कहा, ‘मैं उनसे पहले से भारतीय टीम में खेल रहा था और मुझे कई मौके मिले। धोनी इसलिए टीम में आए, क्योंकि मैं अच्छा परफॉर्म नहीं कर पा रहा था। मैं कुछ सीरीज में अच्छा नहीं खेला, जिसके बाद मुझे ड्रॉप कर दिया गया था।’
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