स्कूल के दिनों में रहमान एक बैंड का हिस्सा भी रहे। 9 साल की उम्र में पिता का निधन हो गया और हालात कुछ ऐसे बने कि रहमान को पढ़ाई या संगीत में से किसी एक को चुनना पड़ा। घर की हाल ठीक नहीं थी, जिसके बाद उन्होंने अपनी मां से बात करने के बाद म्यूजिक को चुना। म्यूजिक से खास लगाव ने उनके सारे दुख दूर कर दिए और उनका यही पैशन आज उन्हें दुनिया के नामी संगीतकारों में शुमार करता है।
ए.आर. रहमान का पूरा नाम (अल्लाह रक्खा रहमान) है, जो पहले हिन्दू थे और उनका नाम ए. एस. दिलीप कुमार था। सुनने में आया है कि दिलीप भी नाम इसलिए रखा गया था, क्योंकि उनके पिता को दिलीप कुमार काफी पसंद थे। कहते हैं कि एक बार उनकी छोटी बहन काफी बीमार हो गई और वह जिंदगी और मौत से जूझने लगी। रिपोर्ट्स बताते हैं कि बहन के लिए उन्होंने खूब प्रार्थना की और फिर उनकी मुलाकात सूफी संत करीमुल्लाह शाह कादरी से हुई। वह इस्लाम धर्म के आदर्शों और मूल्यों में यकीन करने लगे और उनकी बहन ठीक हो गई। बता दें कि उनकी मां शादी से पहले मुस्लिम परिवार से थीं। रहमान तब 23 साल के थे जब उन्होंने इस धर्म को कुबूला।
यहां देखें, ए.आर. रहमान के बेस्ट गानों में से चुने गए ये टॉप गाने
रोजा
साल 1992 में आई फिल्म ‘रोजा’ ने दर्शकों के दिलों पर खूब राज किया है। फिल्म का टाइटल सॉन्ग इन हिट सॉन्ग्स में से एक था।
उर्वशी-उर्वशी
साल 1994 में आई फिल्म ‘हमसे है मुकाबला’ तमिल फिल्म थी जिसे हिंदी में डब किया गया था। फिल्म में ए.आर.रहमान का दिया इसका म्यूजिक ऐसा सुपरहिट हुआ कि आज भी इसके गाने लोग सुनते हैं। फिल्म का सबसे हिट सॉन्ग ‘उर्वशी-उर्वशी’ था जिसे प्रभु देवा पर फिल्माया गया था।
तू ही रे
साल 1995 में रिलीज हुई फिल्म ‘बॉम्बे’ सुपरहिट फिल्म थी, वहीं इसका साउंडट्रैक उससे से भी ज्यादा हिट था।
हाय रामा
साल 1995 में आई फिल्म ‘रंगीला’ जिसके गानों ने लोगों का दिल जीत लिया था। फिल्म के हिट सॉन्ग में से एक ‘हाय रामा’ था जिसे उर्मिला मातोंडकर और जैकी श्रॉफ पर फिल्माया गया था।
मां तुझे सलाम
साल 1997 में ए.आर. रहमान का गाना ‘मां तुझे सलाम’ रिलीज हुआ तो वह सुपरहिट साबित हुआ। आज भी यह गाना लोग देश के लिए अपनी भावनाओं को जाहिर करने के लिए गाते व बजाते हैं।