बता दें कि जूही के पास मुंबई के बाहरी इलाके मांडवा में उनके परिवार की जमीन है, जहां कुछ एक्सपर्ट्स लोगों की टीम ऑर्गैनिक फार्मिंग का काम करती है। जूही ने अब यह जमीन उन किसानों को खेती के लिए दी है, जिनके पास खेती के लिए जमीन नहीं। जूही ने उन्हें यह जमीन उनकी मदद के लिए दी है ताकि वह उसपर इस सीजन में चावल की खेती कर सकें।
उन्होंने कहा, ‘चूंकि हम लॉकडाउन में हैं तो मैंने फैसला किया कि यह जमीन उन किसानों को दें जिनके पास खेती के लिए अपनी जमीन नहीं है। हमने उन्हें इस सीजन में चावल की खेती के लिए जमीन दी है, जिसके बदले में हम अपने लिए इस खेती से छोटा सा हिस्सा रखेंगे।’
उन्होंने कहा, ‘यह कोई नई बात नहीं है। यह बस उस राह पर वापस लौटने की तरह है जैसी खेती दशकों पहले होती थी। क्या यह बेहतर तरीका नहीं है? हमारे किसान जमीन, मिट्टी, हवा को शायद हम शहरी लोगों से ज्यादा बेहतर समझते हैं जो केवल किताबें पढ़कर ज्ञान ले सकते हैं।’
यह खेती बस ऑर्गैनिक तरीके से की जा रही है और जूही ने अपने लोगों से इस चावल की क्वॉलिटी पर नजर रखने को कहा है। उन्होंने ध्यान रखने को कहा है कि इस खेती में किसी भी तरह के केमिकल का इस्तेमाल नहीं किया जाए। जूही किसानों के लिए किए अपने इस अरेंजमेंट से काफी खुश हैं।
उन्होंने कहा, ‘ये हम सब के लिए फायदेमंद है, हमारे किसानों के लिए भी और हमारे लिए भी। इस तरह हम स्मार्ट वर्क करेंगे। इस लॉकडाउन ने मेरे दिमाग में कुछ सेंस भर दिया है।’
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