जेल में भी नहीं घटा इन गैंगस्‍टर्स का रसूख

हमने फिल्‍मों में खूब देखा है कि कैसे कुछ कैदियों को जेल में वीआईपी ट्रीटमेंट मिलता है। कैदियों के पास से बीड़ी, सिगरेट और मोबाइल मिलने की खबरें भी खूब पढ़ी हैं। तो क्‍या जेल जाने के बावजूद गैंगस्‍टर्स का अपराधों से रिश्‍ता खत्‍म नहीं होता? कई गैंगस्‍टर्स सलाखों के पीछे से अपना धंधा बेधड़क जारी रखते हैं। ताजा मामला राजस्‍थान की भरतपुर सेंट्रल जेल में सजा काट रहे गैंगस्‍टर लॉरेंस बिश्‍नोई का है। उसने 26 मई को अपने फेसबुक पेज से एक पुलिस अधिकारी के सुसाइड को लेकर कुछ लोगों को धमकी दी। वह इससे पहले अभिनेता सलमान खान को धमका कर सुर्खियों में आ चुका है। बिश्‍नोई अकेला ऐसा गैंगस्‍टर नहीं जो जेल के भीतर से ही अपनी गुंडागर्दी जारी रखे हुए हैं। देश की अलग-अलग जेलों में कैद गैंगस्‍टर्स यूं ही फोन के जरिए अपना खौफ बरकरार रखते हैं।

अलवर के कुख्यात गैंगस्टर सोनू गुर्जर गैंग के गुर्गे जेल के बाहर सरगना के इशारों पर वारदात को अंजाम देने में जुटे रहते हैं। हाल ही खैरथल पुलिस ने सोनू गुर्जर गैंग के सक्रिय बदमाश हेमन्त उर्फ काला जाट और हेम सिंह उर्फ शाका गुर्जर (तस्‍वीर में) को गिरफ्तार किया था। एसपी डॉ. अमनदीप सिंह कपूर ने बताया कि जेल से छूटने के बाद गैंग का वर्चस्व बनाए रखने दोनों बदमाश फिर से अपराध जगत मे सक्रिय हो रहे थे।

पश्चिमी यूपी के बाहुबलियों का सबसे बड़ा चेहरा कहे जाने वाले डीपी यादव फिलहाल एक पूर्व विधायक की हत्या के मामले में जेल में हैं। सियासत में अपनी दबंगई के लिए मशहूर डीपी ने बीते कई बार मुलायम सिंह यादव जैसे बड़े राजनेताओं के खिलाफ चुनाव लड़ा था। पश्चिमी यूपी में शराब का पूरा नेटवर्क चलाने वाले डीपी यादव का रसूख जेल में भी बरकरार रहा। डीपी यादव के पास सैकड़ों करोड़ रुपये की संपत्ति होने की बात कही जाती है। इसके अलावा वेस्ट यूपी और दिल्ली समेत उत्तर भारत के कई राज्यों में उसने अपना लंबा कारोबार बना रखा है।

3 साल पहले पुलिस एनकाउंटर में मारे गए कुख्यात गैंगस्टर आंनदपाल सिंह की मौत हो गई थी लेकिन उसकी गैंग के गुर्गे अब भी सक्रिय हैं। राजस्थान के अजमेर संट्रेल और भरतपुर जेल में बंद गैंग के सदस्य अब भी गैंग चला रहे हैं। राजस्थान और हरियाणा में करीब 10 वर्षों तक आतंक मचाने वाले आनंदपाल की गैंग के तीन सदस्य और हार्डकोर बंदियों को कुछ समय पहले ही अजमेर से भरतपुर जेल शिफ्ट किया गया था। इससे पहले अजमेर की हाई सिक्यूरिटी जेल में आनंदपाल गैंग के सदस्यों की बैरक में तलाशी के दौरान मोबाइल फोन मिले थे।

कृष्‍णानंद राय हत्‍याकांड में 13 साल जेल काट चुके बाहुबली मुख्‍तार अंसारी का रसूख नहीं घटा। पूर्वांचल में उसने बृजेश सिंह के गैंग को चुनौती दी। दोनों गैंग के बीच कई बार खूनी झड़प हुई। अंसारी ने जेल में रहते हुए बहुत से लोगों को धमकाया। राय की हत्‍या भी अंसारी के जेल में बंद रहते हुई थी। अंसारी उस हत्‍या के मामले में मुख्‍य आरोपी थे। 2019 में सीबीआई की एक अदालत ने गवाह के मुकर जाने पर अंसारी को रिहा कर दिया था।

अलवर जिले के बहरोड क्षेत्र में आतंक का पर्याय बन चुके कुख्यात बदमाश विक्रम गुर्जर उर्फ लादेन कई महीने से जेल में बंद हैं लेकिन उसके गुर्गे अब भी सक्रिय है।। बहरोड पुलिस के हाथों गिरफ्तार लादेन वहीं बदमाश है जिसे मारने के लिए हरियाणा का कुख्यात गैंगस्टर पपला गुर्जर अलवर आया था। हालांकि वह अपने मकसद में कामयाब हो पाता इससे पहले पुलिस के हत्थे चढ़ गया। यह अलग बात है कि उसके गुर्गे 3 घंटे में ही जेल तोड़कर उसे भगा ले गए थे। यह बदमाश राजस्थान के टॉप टेन बदमाशों में वांटेड था और बहरोड़ के जसराम हत्याकांड में वांटेड था। सरगना के खिलाफ 22 मुकदमे दर्ज हैं। जिसमें लूट ,हत्या ,चौथ वसूली अपहरण और पुलिस के साथ मारपीट के गंभीर प्रकरण दर्ज हैं।

दिल्‍ली की तिहाड़ जेल में कैद गैंगस्‍टर राहुल काला को ही लीजिए। पिछले साल फरवरी में उसने वॉट्सऐप पर वीडियो कॉल के जरिए एक बिजनेसमैन से 50 लाख रुपये की रंगदारी मांगी। काला कुख्‍यात गैंगस्‍टर नीरज बवाना का करीबी है और उसने बवाना संग अपनी फोटो भी उस कारोबारी को भेजी थी।

मुजफ्फरपुर जेल में बंद कुख्यात अपराधी दानी यादव (फोटो में) और बब्लू ततवा ने दो साल पहले ही भोजपुर के एक ठेकेदार के मोबाइल पर बुधवार को फोन कर 20 लाख रुपए की रंगदारी मांगी थी। इसके पहले जेल में बंद रहने के दौरान दानी और बब्लू ने मोबाइल पर डॉक्टर व कोचिंग संचालक से रंगदारी मांगने की घटना को अंजाम दे चुका है।

यूपी के बाहुबली अतीक अहमद का इलाहाबाद, बलिया के आसपास प्रभाव है। जेल में रहते हुए अतीक ने कई चुनाव लड़े और जीते हैं। देवरिा जेल में रहते हुए अतीक अहमद ने एक कारोबारी से रंगदारी मांगी थी। न देने प उसे किडनैप करा देवरिया जेल बुलवा लिया था। वहां उसकी पिटाई की गई थी। इसके बाद अतीक अहमद का ट्रांसफर बरेलीजेल कर दिया गया। देवरिया जेल में रहते हुए दो और कारोबारियों ने उसपर वसूली के आरोप लगाए थे।

पूर्वांचल का वो माफिया जो पिता की हत्‍या के बाद अपराध के रास्‍ते पर चल पड़ा। पिता की हत्‍या में शामिल पांच आरोपियों को जेल में भून देने के बाद बृजेश सिंह को अरेस्‍ट किया था। जेल से भी सिंह ने अपना वर्चस्‍व कायम रखा। 90 के दशक में मुख्‍तार अंसारी के गैंग से लोहा लिया। फिर मुंबई जाकर दाऊद इब्राहिम के करीबियों से जुड़ गया। 1993 ब्‍लास्‍ट के बाद वो दाऊद से अलग हो गया। 2008 में सिंह को उड़ीसा से अरेस्‍ट किया गया था।

2018 के सितंबर में राजस्‍थान की जोधपुर सेंट्रल जेल का एक वीडियो वायरल हुआ। एक गैंगस्‍टर राकेश मांजू अपना बर्थडे सेलिब्रेट कर रहा था। बकायदा केक काटने और बाकी कैदियों के जश्‍न मनाने का वीडियो सामने आ गया। मिठाई भी बाहर से आई थी। कैदियों के पास स्‍मार्टफोन आना तो वैसे भी बड़ी चूक है। मतलब साफ है कि जेल में भी उसका सिक्‍का वैसे ही चलता था।

कुख्यात अपराधी बिंदु सिंह बीते 16 वर्षों से पटना जेल में बंद है।बिंदु सिंह पर हत्या, अपहरण, रंगदारी, गोलीबारी के करीब 100 से ज्यादा मामले दर्ज हैं। हाल के दिनों तक बिंदु सिंह द्वारा जेल से ही रंगदारी मांगने की घटना सामने आयी थी। बिंदु सिंह कितना खतरनाक है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि रंगदारी ना देने पर उसके गुर्गे दिनदहाड़े रंगदारी ना देने वालों की हत्या तक कर देते थे।

झारखंड की घाघीडीह सेंट्रल जेल में बंद गैंगस्टर सुजीत सिन्हा भी सलाखों के पीछे से अपने गुर्गों से काम करवाता है। पिछले साल नवंबर में उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई थी। उसका एक वीडियो भी वायरल हुआ था जिसमें उसके हाथ में एके-47 हथियार, टेबल पर पिस्टल और एके-47 की मैगजीन दिख रही थी। इसी साल अप्रैल में वह फेसबुक पर ऐक्टिव दिखा तो उसकी सेल की तलाशी ली गई थी।

शिवहर के गुड्डू सिंह उर्फ धीरज कुमार सिंह भी जेल से रंगदारी मांगने के मामले में कुख्यात है। पुलिस के अनुसार उसपर भी हत्या लूट और रंगदारी के कई मामले दर्ज है। जानकारी के अनुसार इसने डॉक्टर सुधीर कुमार से 25 लाख रुपए रंगदारी मांगी थी। रंगदारी नहीं देने पर इसके गुर्गों ने डॉक्टर पर फायरिंग भी की थी। दरभंगा जेल में बंद संतोष झा जैसे दुर्दांत अपराधी भी जेल के अंदर से ही रंगदारी की मांग करते हैं।

दो-तीन दिन पहले, आजमगढ़ की हाई सिक्‍योरिटी जेल से कुख्‍यात गैंगस्‍टर भूपेंद्र बाफर ने अपने एक साथी को वीडियो कॉल किया किया था। यह क्लिप बाद में उस साथी ने अपने फेसबुक वॉल पर शेयर भी की थी। यूपी की जेलों में 2018 में डॉन मुन्‍ना बजरंगी की हत्‍या के बाद से ही सिक्‍योरिटी बढ़ाई जा चुकी है। इसके बावजूद, सितंबर 2018 में बागपत जेल में कैदी वाईफाई का इस्‍तेमाल करते पकड़े गए थे।

पिछले साल अगस्‍त में तिहाड़ के कैदी गैंगस्टर गौरव झरेड़ा का एक वीडियो भी वायरल हुआ था। वह मजे से सेल के बाहर घूम रहा था और बाकी कैदियों के हाल-चाल पूछ रहा था। एक अन्य वीडियो में अपराधियों का एक ग्रुप इंडक्शन पर चाय बनाते हुए दिख रहा था। तीसरी क्लिप में नीरज बवाना गैंग के सदस्य सेल में बैठे दिखाई दे रहे थे। यानी जेल में भी इन अपराधियों को कोई दिक्‍कत नहीं है।

बिहार के बाहुबली मोहम्‍मद शहाबुद्दीन को कई मामलों मे सजा हुई थी। जेल के भीतर से शहाबुद्दीन अपना पूरा काम-काज चलाते रहे। वहीं पर वह अपने लोगों से मिलता था और सेटिंग करता था। सिवान जेल के कारा उपाधीक्षक एफजे डेविड इस मामले में लापरवाही बरतने पर सस्‍पेंड भी हो चुके हैं।

एक पुलिस अधिकारी के हवाले से न्‍यूज एजेंसी आईएएनएस ने लिखा था कि कैदी अब इंटरनैशनल 4G सिम कार्ड यूज करते हैं। उससे वॉट्सऐप कॉल करते हैं तो ट्रैक करना नामुमकिन हो जाता है। जेल के भीतर हाई-स्‍पीड डोंगल पहुंचाए जाते हैं। एक बार कॉन्‍टैक्‍ट के बाद सिम तोड़कर फेंक दिए जाते हैं। अधिकतर गैंगस्‍टर्स फिरौती और धमकी देने के लिए इंटरनेट कॉलिंग का यूज करने लगे हैं।

You May Also Like

More From Author

+ There are no comments

Add yours