को जब भारत के खिलाफ न्यूजीलैंड की वनडे टीम में चुना गया तो चर्चा खेल से ज्यादा उनकी लंबाई की थी। 6 फीट 8 इंच का यह बोलिंग ऑलराउंडर हालांकि इससे पहले प्रथम श्रेणी में प्रभावी खेल दिखा चुका था। तीन वनडे मैचों की सीरीज में उसे दो मुकाबलों में मौका मिला। इसमें उसने तीन विकेट लिए। यहां न्यूजीलैंड ने सीरीज 3-0 से जीती और फिर उन्हें टेस्ट क्रिकेट में मौका मिला। और यहीं 25 साल के इस खिलाड़ी ने संकेत दिए हैं कि उनमें एक अच्छा ऑलराउंडर बनने के सभी गुण मौजूद हैं।
पहले टेस्ट में दिखाया दम
वेलिंग्टन टेस्ट में न्यूजीलैंड ने पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। विकेट पर पहली पारी में तेज गेंदबाजी के लिए काफी मदद थी। न्यूजीलैंड के बोलर्स ने इसका पूरा फायदा उठाया। भारतीय टीम 165 पर ऑल आउट हो गई और जैमीसन ने चार विकेट लिए। इसके बाद जब कीवी टीम बैटिंग में स्ट्रगल कर रही थी तो उन्होंने दिखाया कि यहां भी उपयोगी भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने 44 रनों की पारी खेली।
निचले क्रम के साथ मिलकर उन्होंने जो रन बनाए उसने न्यूजीलैंड को पहली पारी में बड़ी बढ़त दिलाने में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने 45 गेंद पर 44 रन बनाए। अपनी पारी में उन्होंने एक चौका और चार छक्के लगाए। न्यूजीलैंड ने पहली पारी में 348 रन बनाए और फिर भारत को दूसरी पारी में 191 पर आउट कर 9 रन का लक्ष्य बिना कोई विकेट खोए हासिल कर लिया।
दूसरे टेस्ट में भी दिखा जलवा
हेगली ओवल की पिच पर इतनी घास थी कि बीसीसीआई ने भी इसकी तस्वीर पोस्ट कर चुटकी ली थी। इस विकेट में उछाल वेलिंग्टन के मुकाबले ज्यादा दिख रहा है और जब विलिमयसन ने टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनी तो ‘चिन म्यूजिक’ भारतीयों के लिए तय नजर आने लगा।
जैमीसन ने भारत की पहली पारी में अच्छी गेंदबाजी की। उन्होंने पहले दिन के खेल के बाद इस ओर इशारा भी किया कि भारतीय बल्लेबाजों को शॉर्ट पिच गेंदों का सामना करने में दिक्कत आ रही है। उन्होंने 45 रन देकर पांच विकेट लिए। टीम इंडिया जिसका स्कोर टी तक पांच विकेट पर 194 रन था वह 242 पर सिमट गई और इसमें जैमीसन का बड़ा रोल रहा। इसके बाद एक बार फिर उन्होंने बल्ले से भी दम दिखाते हुए 49 रन बनाए। वह आउट होने वाले आखिरी बल्लेबाज रहे। जिस तरह की बल्लेबाजी वह कर रहे थे हाफ सेंचुरी डिजर्व करते थे। हालांकि यह युवा खिलाड़ी टीम के प्रदर्शन से ज्यादा खुश होगा।