गौरतलब है कि राज ठाकरे आजकल अपनी हिंदुत्व की राजनीति में नई जान फूंकने के प्रयास में जुटे हैं। उद्धव के कांग्रेस और एनसीपी के साथ मिलकर सरकार बना लेने के बाद माना जा रहा है कि शिवसेना हिंदुत्व के अजेंडे पर नरम पड़ रही है और राज ठाकरे इसे अपने लिए एक मौके के रूप में देख रहे हैं। उन्होंने हाल ही में अपने झंडे में भी बदलाव किया है। उद्धव का इशारा इसी ओर था।
मुख्यमंत्री ने अपने आवास पर पार्टी विधायकों और जिलाध्यक्षों की बैठक में यह बात कही। शिवसेना के एक पदाधिकारी के अनुसार बैठक में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के संबंध में एक सवाल के जवाब में उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘मुझे मेरे हिंदुत्व को साबित करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि यह दिवंगत बालासाहेब का हिंदुत्व है। यह शुद्ध है। मैंने अपनी पार्टी का झंडा नहीं बदला है। एक व्यक्ति, एक झंडा.. यह तय है। दुनिया को हमारे हिंदुत्व का ज्ञान है।’
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