टीका बनाने की वैश्विक पहल में भारत का महादान

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नई दिल्ली
कोरोना वायरस के कहर से इस वक्त पूरी दुनिया जूझ रही है। कोविड-19 के खिलाफ हर देश अपनी पूरी कोशिश करने में लगा है। भारत ने भी गुरुवार को अंतर्राष्ट्रीय वैक्सीन गठबंधन गावी को 15 मिलियन अमेरिकी डॉलर की मदद दी है। पीएमओ ने इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि आज पीएम नरेंद्र ने ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन द्वारा आयोजित वर्चुअल ग्लोबल वैक्सीन समिट को संबोधित किया। इस समिट में 50 से अधिक देशों के बिजनेस लीडर्स, UN एजेंसियां, सिविल सोसाइटी, सरकार के मंत्रियों ने भाग लिया।

प्रधानमंत्री मोदी ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, “गावी को हमारा समर्थन केवल वित्तीय नहीं है। भारत की भारी मांग टीकों की वैश्विक कीमत को कम करती है। आज के चुनौतीपूर्ण संदर्भ में, मैं यह दोहराना चाहता हूं कि भारत दुनिया के साथ एकजुटता से खड़ा है। कम लागत पर गुणवत्तापूर्ण दवाएं और टीके का उत्पादन करने की हमारी सिद्ध क्षमता, तेजी से फैलते टीकाकरण में हमारा अपना घरेलू अनुभव हैं। हमारा उद्देश्य मानवता की सेवा है।”

मिशन इन्द्रधनुष की किया पीएम ने जिक्र
पीएम मोदी ने सरकार के मिशन इन्द्रधनुष की ओर भी इशारा किया, जिसका उद्देश्य देश के भीतर टीकाकरण से जुड़े महत्व के संकेत के रूप में बच्चों और गर्भवती महिलाओं का पूर्ण टीकाकरण सुनिश्चित करना है। उन्होंने कहा कि हम दुनिया के लगभग 60 प्रतिशत बच्चों के टीकाकरण में योगदान करने के लिए भाग्यशाली हैं। भारत गावी के काम को मान्यता देता है और महत्व देता है, यही कारण है कि हम गावी के समर्थन के लिए पात्र होते हुए भी गवी के लिए एक दाता बन गए।

बता दें, कोरोनोवायरस महामारी में दुनियाभर के देश लॉकडाउन में हैं। ऐसे में ब्रिटिश प्रधान मंत्री बोरिस जॉनसन ने दुनिया भर के राष्ट्रों से आग्रह किया गया था कि वे लाखों लोगों को बचाने और भविष्य में संक्रामक रोगों से दुनिया की रक्षा के लिए टीकाकरण के लिए वित्त पोषण करने का संकल्प लें। अंतर्राष्ट्रीय वैक्सीन गठबंधन गावी टीकाकरण तैयार करता है।

ऑस्ट्रेलियाई पीएम के साथ भी पीएम मोदी का हुआ वर्चुअल समिट
इससे पहले पीएम नरेंद्र मोदी और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन के बीच वर्चुअल समिट हुआ। मोदी ने कहा कि दोनों देशों के बीच संबंध मजबूत करने का ये सबसे सही समय है। मॉरिसन ने भी कहा कि ऐसा ही होगा। पीएम मोदी ने कहा कि सबसे पहले मैं अपनी ओर से और पूरे भारत की ओर से ऑस्ट्रेलिया में COVID-19 से प्रभावित सभी लोगों और परिवारों के प्रति हार्दिक संवेदना प्रकट करना चाहूंगा।

मोदी ने दिया ऑस्ट्रेलियाई पीएम को परिवार सहित भारत आने का न्योता
पीएम मोदी ने कहा कि इस वैश्विक महामारी ने विश्व में हर प्रकार की व्यवस्था को प्रभावित किया है। और हमारे समिट का यह डिजिटल स्वरूप इसी प्रकार के प्रभावों का एक उदाहरण है। पीएम ने कहा कि हमारी आज की मुलाक़ात आपकी भारत यात्रा का स्थान नहीं ले सकती। एक मित्र के नाते, मेरा आपसे आग्रह है कि स्थिति सुधरने के बाद आप शीघ्र सपरिवार भारत यात्रा प्लान करें और हमारा आतिथ्य स्वीकार करें।

ऑस्ट्रेलिया के साथ सम्बंध बढ़ाने को प्रतिबद्ध
मोदी ने कहा कि भारत ऑस्ट्रेलिया के साथ अपने सम्बन्धों को व्यापक तौर पर और तेज़ गति से बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। यह न सिर्फ़ हमारे दोनों देशों के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि इंडो-पेसिफिक क्षेत्र और विश्व के लिए भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि मैं यह नहीं कहूंगा कि मैं इस गति से, इस विस्तार से संतुष्ट हूं। जब आप जैसा लीडर हमारे मित्र देश का नेतृत्व कर रहा हो, तो हमारे संबंधों में विकास की गति का मापदंड भी महत्त्वाकांक्षी होना चाहिए।

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