मैकलम ने ‘स्काई स्पोर्ट्स पोडकास्ट’ से कहा, ‘इससे रॉस के साथ मेरी दोस्ती और रिश्तों पर दबाव बढ़ा। मैंने आयु वर्ग से लेकर ही रॉस के साथ काफी क्रिकेट खेली। मैं अंडर-19 टीम का कप्तान था और टेलर मेरे साथ उप-कप्तान, हम दोनों के बीच हमेशा अच्छे रिश्ते रहे।’ श्रीलंका के खिलाफ 2012 में टेस्ट सीरीज के बाद यह बात सामने आई कि टेलर के तत्कालीन कोच माइक हेसन के साथ रिश्ते बहुत अच्छे नहीं हैं।
पढ़ें,
इसके बाद न्यूजीलैंड को साउथ अफ्रीका, वेस्टइंडीज और भारत में हार का सामना करना पड़ा। मैकलम ने कहा, ‘हमें इस पद के लिए इंटरव्यू के लिए जाना था। एक पैनल के सामने न्यूजीलैंड के भविष्य को लेकर खाका पेश करना था। मैं वास्तव में नहीं जानता था कि हम क्या रहे थे। अगर मेरे पास समय होता तो मैं कहता, नहीं, मैं इस प्रक्रिया से नहीं गुजरना चाहता हूं आप रॉस को कप्तान नियुक्त कर दीजिए और फिर उसके बाद देखते हैं कि क्या होता है।’
मैकलम ने कहा, ‘यह न्यूजीलैंड क्रिकेट पर काला धब्बा था और इससे रॉस और मुझ पर दबाव बना। इसके बाद मुझे रॉस की जगह कप्तान नियुक्त किया गया।’ मैकलम ने कहा कि वह टेलर अब भी बहुत अच्छे दोस्त नहीं हैं लेकिन उनके मन में न्यूजीलैंड की तरफ से वनडे में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज के लिए भरपूर सम्मान है।
उन्होंने कहा, ‘हम बहुत अच्छे दोस्त नहीं है। मेरे मन में उनके लिए बहुत अधिक सम्मान है। उनका प्यारा परिवार और शानदार करियर है। उसने वास्तव में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया।’ टेलर को टेस्ट कप्तान बने रहने का विकल्प दिया गया था जबकि मैकलम सीमित ओवरों की टीम की कमान संभालते। टेलर ने हालांकि यह पेशकश ठुकरा दी थी।
+ There are no comments
Add yours