कवर्धा:- खाद्य औषधि प्रशासन विभाग में पदस्थ ड्रग इंस्पेक्टर निरंजन डेहरिया के साथ ऑनलाइन ठगी का मामला सामने आया है। उन्होंने कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज कराई है। दरअसल ड्रग इंस्पेक्टर निरंजन डहरिया के साथ एसबीआई क्रेडिट कार्ड को एक्टिवेट करने के नाम पर 83 हजार रुपए की ठगी हुई है। बुधवार शाम करीब 5 बजे एक मोबाइल नंबर से फोन आया। आरोपी ने उनके क्रेडिट कार्ड को एक्टिवेट कराने का दावा किया।
ठग ने उन्हें कॉल कर कहा कि आपका क्रेडिट कार्ड एक्टिवेट कर दूंगा। इसके लिए आपको ओटीपी देना पड़ेगा। ठग को पीड़ित के क्रेडिट कार्ड की संपूर्ण जानकारी थी। इतना सुनकर निरंजन ने उस पर भरोसा कर लिया और उसे ओटीपी बता दिया। इसके बाद निरंजन के खाते से तुरंत ही 83 हजार पार हो गए। अब इस बात की शिकायत इंस्पेक्टर ने कोतवाली थाने में की है।
गुरुवार को ठगी के संबंध में मदद के लिए कवर्धा शहर के कलेक्टोरेट व दर्रीपारा स्थित एसबीआई ब्रांच पहुंचे लेकिन इस पूरे मामले में दोनों ब्रांच ने पल्ला झाड़ दिया। अभी निरंजन के क्रेडिट कार्ड को होल्ड कर दिया गया है।
बैंक से ही डिटेल लीक हुई, जांच होनी चाहिए
निरंजन डेहरिया ने बताया कि रुपए कटने के बाद एसबीआई के कलेक्टोरेट और दर्रीपारा ब्रांच की ओर से कोई मदद नहीं मिली है। उन्होंने बताया कि अगस्त माह में ही कवर्धा शहर के कलेक्टोरेट ब्रांच से लगातार फोन कर क्रेडिट कार्ड लेने निवेदन किया जा रहा था। ऐसे में उन्होंने क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन किया व अपनी पूरी जानकारी दी। इसके बाद बीच-बीच में बैंक की ओर से फोन कर वेरिफिकेशन किया जा रहा है। इस कारण वे अपनी जानकारी दे रहे थे।
एक-दो बार कलेक्टोरेट के एसबीआई ब्रांच में गए। पूरी प्रक्रिया होने के बाद उनके मूल निवास घर छिंदवाड़ा में क्रेडिट कार्ड पोस्ट के माध्यम से पहुंचा था। लेकिन बुधवार शाम को जब आरोपी का फोन आया तो उसके पास निरंजन के क्रेडिट कार्ड संबंधित पूरी जानकारी थी। इसी चक्कर में उन्होंने ओटीपी बताया है। निरंजन का कहना है कि उनकी पूरी जानकारी बैंक से ही लीक हुई है। इसकी जांच होनी चाहिए