अधिकारियों के मुताबिक, ईडी ने दिल्ली पुलिस की एफआईआर के आधार पर एन्फोर्समेंट केस इन्फर्मेशन रिपोर्ट (ECIR) फाइल की है। एक सीनियर ऑफिसर ने कहा कि प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग ऐक्ट (PMLA) के तहत एक आपराधिक मुकदमा दायर किया गया है।
उधर, मौलना साद के वकील तौसीफ खान ने कहा कि उन्हें खबर लिखने तक इसकी आधिकारिक सूचना नहीं मिली है। उन्होंने कहा, ‘मीडिया के जरिए मुझे मौलना साद और दूसरों पर ईडी की ओर से मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज करने की खबर मिली, लेकिन हमारे पास अब तक कोई सूचना नहीं है।’ उन्होंने कहा, ‘मौलाना साद के पारिवारिक सदस्य जांच एजेंसियों के साथ सहयोग कर रहे हैं। यह कहना निराधार है कि वो जांच से बच रहे हैं और सहयोग नहीं कर रहे।’
दिल्ली पुलिस के क्राइम ब्रांच ने 31 मार्च को ही मौलाना साद समेत सात लोगों खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। पुलिस ने निजामुद्दीन थान के एसएचओ की शिकायत पर मामला दर्ज किया था। एफआईआर लॉकडाउन के आदेश का खुला उल्लंघन करते हुए धार्मिक आयोजन में तबलीगी जमात के अनुयायियों की भीड़ जमा करने के कारण दर्ज की गई है।