दिल्ली: आज होगी शाह-केजरीवाल की बैठक

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नई दिल्ली
दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलों से आ गई है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 की स्थिति पर चर्चा के लिए आज उप-राज्यपाल अनिल बैजल और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ बैठक करेंगे। इससे पहले, दिल्ली सरकार ने शनिवार देर शाम तक नया फरमान जारी करते हुए 10 से लेकर 49 बेड के सभी नर्सिंग होम को कोविड नर्सिंग होम घोषित कर दिया। सरकार ने कहा कि तीन दिन के अंदर कोरोना मरीजों के लिए बेड तैयार करना होगा, नहीं तो कार्रवाई की जाएगी। उधर, एलजी अनिल बैजल ने भी नियमों का उल्लंघन करने वालों से जुर्माना वसूलने का आदेश दे दिया।

फिर 2,000 से ज्यादा नए केस, 57 मौतें
इस बीच, राजधानी में शनिवार को फिर 2,000 से अधिक नए मामले सामने आए। महाराष्ट्र और तमिलनाडु के बाद देश में कोरोना के सबसे अधिक मामले दिल्ली में हैं। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक शनिवार को राजधानी में 2,134 नए लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई और 57 लोगों की मौत हुई। इसके साथ ही दिल्ली में कोरोना संक्रमितों की संख्या 38,958 पहुंच गई है। इनमें 22,742 ऐक्टिव केस हैं जबकि 14,945 मरीज इस महामारी से उबर चुके हैं। राजधानी में अब तक 1,271 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है। इससे पहले शुक्रवार को दिल्ली में कोरोना के 2,137 नए मामले सामने आए थे जबकि 129 लोगों की मौत हुई थी।

हालात से निपटने पर शाह का महामंथन
बहरहाल, केंद्रीय गृह मंत्री के कार्यालय ने बैठक की जानकारी देते हुए बताया कि 11 बजे बुलाई गई बैठक में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन, एम्स के डायरेक्टर, राज्य आपादा प्रबंधन प्राधिकरण (SDMA) के सदस्य और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस दौरान मौजूद रहेंगे। इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शनिवार को वरिष्ठ मंत्रियों और अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में खासतौर से दिल्ली के हालत पर चर्चा की।

मोदी ने की स्थिति की समीक्षा
देश और खासकर राजधानी दिल्ली में कोरोना के तेजी से बढ़ते मामलों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वरिष्ठ मंत्रियों और अधिकारियों के साथ स्थिति की समीक्षा की। बैठक की अहमियत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इसमें गृह मंत्री अमित शाह, स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन, प्रधानमंत्री के प्रिंसिपल सेक्रटरी. कैबिनेट सेक्रटरी, हेल्थ सेक्रटरी और आईसीएमआर के डीजी भी शामिल हुए। बैठक में दिल्ली में कोरोना के बिगड़ते हालात पर भी चर्चा की गई और अगले दो महीने के अनुमानों पर बात हुई। प्रधानमंत्री ने सुझाव दिया कि गृह मंत्री और स्वास्थ्य मंत्री को दिल्ली के उपराज्यपाल, मुख्यमंत्री, केंद्र और दिल्ली सरकार तथा एमसीडी के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आपात बैठक करनी चाहिए ताकि राजधानी में कोरोना के बढ़ते मामलों से कारगर ढंग से निपटा जा सके।

गाइडलाइंस का उल्लंघन करने वालों पर जुर्माना
इस बीच दिल्ली में कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने कोविड-19 की रोकथाम के संबंध में जारी गाइडलाइंस का उल्लंघन करने वालों पर पहले 500 और उसके बाद 1000 रुपये का जुर्माना लगाने का निर्देश दिया है। एलजी कार्यालय से जारी जानकारी में कहा गया है कि एलजी ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों, डीएम, एसडीएम, उनके द्वारा अधिकृत अधिकारियों और दिल्ली पुलिस में सब-इंस्पेक्टर और इससे ऊपर रैंक के अधिकारियों को कोविड-19 के मानदंडों का उल्लंघन करने वालों पर जुर्माना लगाने का अधिकार दिया है। पहली बार मानदंडों का उल्लंघन करने वालों से 500 रुपये का जुर्माना वसूला जाएगा। वहीं, फिर से गलती दोहराने वाले लोगों से जुर्माने के तौर पर 1000 रुपये वसूल किए जाएंगे।

फाइव स्टार होटलों में व्यवस्था
दिल्ली के 6 फाइव स्टार होटल में कोरोना रोगियों का उपचार किया जाएगा। इनमें इंदिरा गांधी एयरपोर्ट स्थित पुलमैन होटल एंड रिसॉर्ट भी शामिल है। इसके अलावा ओखला स्थित होटल क्राउन प्लाजा, न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी का होटल सूर्या, राजेंद्र प्लेस स्थित होटल सिद्धार्थ, पूसा रोड स्थित होटल जीवितेश और साकेत स्थित होटल शेरेटन होटल में भी रोगियों का उपचार किया जाएगा। पुलमैन पांच सितारा होटल को दिल्ली सरकार ने शनिवार को ही अपोलो अस्पताल के साथ जोड़ने का फैसला किया है।

तंबू में अस्थायी अस्पताल बनाने की तैयारी
केजरीवाल सरकार कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों में मद्देनजर दक्षिणी दिल्ली में विशाल तंबू में कोरोना वायरस रोगियों के लिए 10 हजार बिस्तरों वाला अस्थायी अस्पताल तैयार करने की योजना बना रही है। यह प्रस्तावित अस्पताल आध्यात्मिक संगठन स्वामी सत्संग ब्यास के दक्षिणी दिल्ली स्थित परिसर में स्थापित किया जाएगा। राधा स्वामी सत्संग, भाटी माइंस के सचिव विकास सेठी ने कहा कि संगठन का हरा-भरा परिसर दिल्ली-हरियाणा सीमा के नजदीक स्थित है। कोविड-19 अस्पताल की लंबाई 1700 फुट जबकि चौड़ाई 700 फुट होगी।

दिल्ली सरकार के अनुमान के अनुसार जुलाई के अंत तक राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 रोगियों की संख्या 5 लाख से अधिक हो सकती है। कोविड-19 रोगियों के लिए लगभग एक लाख बिस्तरों की जरूरत पड़ेगी। फिलहाल दिल्ली में राज्य सरकार, केंद्र सरकार और निजी अस्पातलों में कोविड-19 के लिए समर्पित कुल 9,647 बिस्तरों की व्यवस्था है। इनमें से 5,402 पर रोगी भर्ती हैं। इसके अलावा दिल्ली सरकार ऐसे समुदाय भवनों और स्टेडियमों की भी पहचान शुरू कर दी है, जिन्हें अस्थायी कोविड-19 अस्पताल बनाया जा सकता है।

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