देश की राजधानी दिल्ली और महाराष्ट्र कोरोना वायरस (Coronavirus Delhi And Mumbai) से सबसे ज्यादा प्रभावित है। यहां पर हर रोज रेकॉर्ड मामले सामने आ रहे हैं। दिल्ली के डेप्यूटी सीएम मनीष सिसोदिया () ने तो यहां तक कह दिया कि 31 जुलाई तक दिल्ली में केवल साढ़े पांच लाख केस होंगे। दिल्ली में इसको लेकर तैयारियां भी शुरू हो चुकी हैं। AIIMS के डायरेक्टर डॉ रणदीप गुलेरिया ने दिल्ली और मुंबई में कम्युनटी ट्रांसमिशन की आशंका जताई है।
दिल्ली में कम्यूनिटी ट्रांसमिशन की आशंकाएक न्यूज चैनल से बातचीत करते हुए डॉ गुलेरिया ने कहा कि पूरे भारत में जितने केस हैं उसके 70 से 80 फीसदी महज 10 से 12 शहरों में हैं। उन्होंने कहा कि इन शहरों में सबसे पहले कोरोना को रोकना होगा और यहां से कहीं और फैले इस बारे में काम करना होगा। डॉ रणदीप गुलेलिया ने चार शहरों का नाम लेते हुए कहा कि दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद, और इंदौर यहां कोरोना के सबसे ज्यादा मामले आ रहे हैं। उन्होंने कम्यूनिटी ट्रांसमिशन के बारे में कहा कि जिस प्रकार से दिल्ली में केस आ रहे हैं। 12 से 13 दिनों में केस डबल हो रहे हैं तो कम्यूटीनिटी ट्रांसमिशन की आशंका हो सकती है।
हर्ड कम्यूनिटी और वैक्सीन से कम होगा कोरोनाउन्होंने कहा कि अगर हम पूरे देश पर बात करें तो केस उतनी रफ्तार से नहीं बढ़ रहे हैं और पूरे देश में कम्यूनिटी ट्रांसमिशन नहीं हो रहा है कुछ ही इलकों में कम्यूनिटी ट्रांसमिशन हो सकता है। उन्होंने कहा कि अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग टाइम पर कोरोना पीक पर होगा। साथ ही उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस हर्ड इम्युटी से कम होता जाएगा।
दिल्ली में होंगे साढ़ें पांच लाख कोरोना मरीज-सिसोदियाकोरोना वायरस की चपेट में बुरी तरह आ चुकी दिल्ली (corona in delhi) की भविष्य की तस्वीर और भयानक होनेवाली है। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (manish sisodia on ) के मुताबिक, दिल्ली में 31 जुलाई तक साढ़े पांच लाख केस हो सकते हैं। फिलहाल दिल्ली में 12.6 दिन में कोरोना केस डबल हो रहे हैं। सिसोदिया ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार मानती है फिलहाल दिल्ली में कम्यूनिटी स्प्रेड (community transmission in delhi) नहीं हो रहा है। जबकि दिल्ली सरकार को लगता है कि ऐसा शुरू हो चुका है। सिसोदिया ने यह बात एसडीएमए (स्टेट डिजॉस्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी) की बैठक के बाद कही। इसमें उपराज्यपाल अनिल बैजल भी शामिल थे।