'दिल्ली में हारी तो बीजेपी है, कांग्रेस कहां हारी'

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चंडीगढ़
दिल्ली विधानसभा चुनाव में को एक बार फिर से शून्य सीटें मिली हैं। कई दिग्गज नेताओं को उतारने के बावजूद 70 में से 63 सीटों पर कांग्रेस उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई। इसके बावजूद कांग्रेस नेता अपनी हार पर दुखी होने की बजाय के ना जीतने पर खुश हैं। पंजाब सरकार में मंत्री साधु सिंह धर्मसोत ने कहा है कि दिल्ली में कांग्रेस हारी नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस तो पहले भी शून्य पर थी, अब भी शून्य पर है लेकिन यह बीजेपी की हार है।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता साधु सिंह धर्मसोत ने दिल्ली विधानसभा चुनावों के रुझान पर कहा, ‘हम पहले शून्य थे और अब भी शून्य हैं। इसलिए यह हमारी हार नहीं है। यह बीजेपी की हार है।’ आपको बता दें कि 70 सीटों में से कांग्रेस को एक भी सीट पर जीत हासिल नहीं हुई। को 62 और भारतीय जनता पार्टी को 8 सीटें मिलीं। वहीं, 2015 का प्रदर्शन दोहराते हुए कांग्रेस एक बार फिर से शून्य पर ही रह गई।

पंजाब यूनिट के नेता बोले- नफरत पर विकास के अजेंडे की जीत
पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में आप के प्रदर्शन को नफरत और गंदी राजनीति पर विकास के अजेंडे की जीत करार दिया। आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब की 117 सदस्यीय विधानसभा में 19 विधायकों के साथ दूसरी सबसे बड़ी पार्टी है। चीमा ने ट्वीट किया, ‘आम आदमी पार्टी के पक्ष में इस भारी जनादेश के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं और दिल्ली के लोगों को बधाई। यह नफरत और गंदी राजनीति पर विकास के अजेंडे की जीत है।

वहीं, कांग्रेस ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में अब तक का सबसे खराब प्रदर्शन किया है। कांग्रेस को कुल हुए मतदान में से पांच फीसदी से भी कम वोट मिले हैं। उसके 63 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के नेतृत्व में दिल्ली में 15 साल तक शासन करने वाली कांग्रेस लगातार दूसरी बार विधानसभा चुनाव में एक भी सीट जीतने में नाकाम रही है। पार्टी के तीन उम्मीदवार– गांधी नगर से अरविंदर सिंह लवली, बादली से देवेंद्र यादव और कस्तूरबा नगर से अभिषेक दत्त- ही अपनी जमानत बचा पाए हैं।

कांग्रेस के दिग्गजों की जमानत हुई जब्त
आपको बता दें कि अगर किसी उम्मीदवार को निर्वाचन क्षेत्र में डाले गए कुल वैध मतों का छठा हिस्सा नहीं मिलता है तो उसकी जमानत जब्त हो जाती है। कांग्रेस के अधिकतर प्रत्याशियों को पांच प्रतिशत से भी कम वोट मिले हैं। दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा की बेटी शिवानी चोपड़ा की कालकाजी सीट से जमानत जब्त हो गई। विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष योगानंद शास्त्री की बेटी प्रियंका सिंह की भी जमानत जब्त हो गई है। कांग्रेस प्रचार समिति के अध्यक्ष कीर्ति आजाद की पत्नी पूनम आजाद भी संगम विहार से अपनी जमानत नहीं बचा पाईं। उन्हें केवल 2,604 वोट यानी मात्र 2.23 फीसदी वोट ही मिले।

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