अगर आप लॉकडाउन की वजह से दिल्ली में फंसे हुए हैं तो परेशान ना हों। प्रवासी मजदूरों, टूरिस्ट्स, स्टूडेंट्स और तीर्थयात्रियों को उनके राज्य पहुंचाने के लिए दिल्ली सरकार ने कवायद शुरू करती है। इसके लिए, केंद्र सरकार के निर्देशों पर एक स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (SOP) जारी किया गया है। सरकारी अधिकारी और पुलिस मिलकर दिल्ली में फंसे लोगों का डेटाबेस तैयार करेंगे। साथ ही उनसे मोबाइल में ‘आरोग्य सेतु’ ऐप डाउनलोड करने को भी कहा जाएगा।
इनके कंधों पर होगी जिम्मेदारीदिल्ली में फंसे दूसरे राज्य के लोगों को रजिस्टर करने का जिम्मा एडिशनल डिस्ट्रिक्ट मैजिस्ट्रेट्स और एडिशनल डिस्ट्रिक्ट कमिश्नर ऑफ पुलिस का होगा। इसके लिए एक ऐप भी बनाया गया है जिसे मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के एडवाइजर गोपाल मोहन मॉनिटर करेंगे। अलग-अलग राज्यों के स्थानीय कमिश्नर्स से भी कहा गया है कि वे अपने राज्यों के लोगों को ढूंढने में मदद करें।
अभी लिस्ट तैयार करने में जुटी है दिल्ली सरकारकई राज्य जहां दूसरे राज्यों के लोगों को वापस भेजना शुरू कर चुके हैं, दिल्ली सरकार अभी डेटाबेस तैयार कर रही है। हजारों प्रवासियों को सरकारी स्कूलों में बने शेल्टर्स में ठहराया गया है। हर प्रवासी की मेडिकल स्क्रीनिंग होगी और एसिम्प्टोमेटिक (कोरोना के कोई लक्षण नहीं) मिलने पर ही वापस जाने की इजाजत मिलेगी। कितनी बसों और ट्रेनों की जरूरत पड़ेगी, इसका पता डेटाबेस तैयार होने के बाद ही चल सकेगा।
बसों को रेगुलरली किया जाएगा सैनिटाइजलोगों को भेजने के लिए बसों का इस्तेमाल किया जाएगा। इनमें सोशल डिसटेंसिंग फॉलो होगी। बसों को रेगुलरली सैनिटाइज करने का भी आदेश है। ट्रांसपोर्ट कमिश्नर, दिल्ली ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन के एमडी और दिल्ल टूरिज्म एंड ट्रांसपोर्टेशन डेवलपमेंट कोऑपरेशन के एमडी राज्यों के नोडल ऑफिसर्स के साथ कोऑर्डिनेट करेंगे।
स्पेशल ट्रेन्स के लिए क्या इंतजामSOP के मुताबिक, प्रवासी मजदूरों, टूरिस्ट्स, स्टूडेंट्स और तीर्थयात्रियों को स्पेशल ट्रेन्स से भी भेजा जा सकता है। इनके मूवमेंट के लिए राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों से कोऑर्डिनेट करने के लिए रेलवे नोडल ऑफिसर्स तैनात करेगा।
खुद ट्रेवल करना है तो चाहिए होगा पासSOP के मुताबिक, खुद से ट्रेवल करने वालों को डिस्ट्रिक्ट मैजिस्ट्रेट्स के यहां से ट्रांजिट पास लेना होगा। इसमें कहा गया है कि राष्ट्रीय राजधानी से बाहर जाते समय, लोगों को आरोग्य सेतु ऐप इस्तेमाल करने के लिए कहा जाएगा। ताकि उनके हेल्थ स्टेटस को मॉनिटर किया जा सके। इससे उनकी ट्रैकिंग में भी आसानी होगी।
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