कोविड-19 मरीज के इलाज के लिए श्रीनगर में एक प्लाज्मा थरेपी की गई। यह प्लाज्मा थरेपी खास इसलिए थी क्योंकि देश में पहली बार था जब प्लाज्मा को एयरवेज से ले जाया गया था। इंडिगो की कारगो से यह प्लाज्मा कर्नाटक के बेंगलुरु से श्रीनगर कनेक्टिंग फ्लाइट से पहुंचाया गया। बजट करियर इंडिगो का कहना है कि देश में यह पहली बार है जब इस तरह का प्लाज्मा ट्रांसपोर्ट करके एक जगह से दूसरी जगह भेजा गया है।
एयरलाइन ने बताया कि प्लाज्मा को पहले फ्लाइट 6E363 से बेंगलुरु से दिल्ली ले जाया गया। वहां से कनेक्टिंग फ्लाइट 6E486 से श्रीनगर पहुंचाया गया। प्लाज्मा को बेंगलुरु से श्रीनगर पहुंचने में 8 घंटे का समय लगा और इसे श्रीनगर के सरकारी अस्पताल में सफलता पूर्वक पहुंचाया गया। अधिकारियों ने बताया कि इंडिगो दुनिया की दूसरी ऐसी एयरलाइंस है जिसने कारगो के जरिए प्लाज्मा एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाया है।
स्वास्थ्य मंत्री ने की तारीफ
कर्नाटक के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के मंत्री बी श्रीरामलू ने इंडिगो के इस कार्य के लिए टीम की तारीफ की। इंडिगो के होलटाइम डायरेक्टर और चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर रोनोजॉय दत्ता ने कहा, ‘हम इंडिगो के जरिए कोरोना वायरस महामारी के इस दौर में देश और नागरिकों की सहायता करने के लिए हमेशा तत्पर हैं। मैं इंडिगो की कारगो टीम को बधाई देता हूं, जिन्होंने इस काम को संभव बनाया।’
देश में पहली बार हुआ ऐसा
देश में यह पहली बार है जब इस तरह के प्लाज्मा हवाई मार्ग से पहुंचाया गया है। बेंगलुरु से कश्मीर में प्लाज्मा भेजकर कोविड-19 के मरीज को चढ़ाया गया है। इससे पहले राज्य में 348 किलोमीटर की दूरी पर प्लाज्मा भिजवाने के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया था। यह दूरी साढ़े चार घंटे में तय हुई थी। तब प्लाज्मा बेंगलुरु के हेल्थ केयर ग्लोबल कैंसर हॉस्पिटल से चेन्नै के एक प्राइवेट अस्पताल में भिजवाया गया था।
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